सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में कंगना रनोट को नया समन भेजा गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने यह समन गुरुवार को एक्ट्रेस के मनाली स्थित घर पर भेजा है, जहां वे लॉकडाउन लगने के बाद से रह रही हैं। कहा जा रहा है कि कंगना मुंबई आने में असमर्थ हैं। हालांकि, कंगना की बहन और मैनेजर रंगोली चंदेल की मानें तो वे अपना स्टेटमेंट मेल के जरिए भेजेंगी।
3 जुलाई को भी भेजा गया था समन
रिपोर्ट्स में यह कहा जा रहा है कि इससे पहले 3 जुलाई को पुलिस समन लेकर कंगना रनोट के मुंबई स्थित घर पहुंची थी। 4 जुलाई को उन्हें स्टेटमेंट रिकॉर्ड कराना था। लेकिन कंगना की मैनेजर अमृता दत्त ने लेटर स्वीकार करने से इनकार कर दिया। जब पुलिस ने उनसे एक्ट्रेस का कॉन्टेक्ट नंबर मांगा तो मैनेजर ने अपनी ही डिटेल दे दी।
समन की खबर का खंडन कर चुकीं कंगना
बुधवार को कंगना रनोट की टीम के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से पहले समन मिलने की बात का खंडन किया गया था। उन्होंने लिखा था, “कंगना को कोई फॉर्मल समन नहीं मिला है। रंगोली पिछले दो सप्ताह से पुलिस को यह बताने के लिए कॉल कर रही हैं कि कंगना अपना बयान दर्ज कराना चाहती हैं। लेकिन मुंबई पुलिस की ओर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है।” इस ट्वीट के साथ रंगोली द्वारा मुंबई पुलिस को भेजे गए व्हाट्सऐप मैसेज का स्क्रीन शॉट भी साझा किया गया है।
कंगना ने पूछताछ क्यों?
कंगना रनोट सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से ही यह दावा कर रही हैं कि अभिनेता ने बॉलीवुड में जारी नेपोटिज्म और कैम्पबाजी से परेशान होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाया। इस नेपोटिज्म और कैम्पबाजी के लिए वे खुलकर करन जौहर को जिम्मेदार ठहरा चुकी हैं।
पिछले दिनों एक इंटरव्यू में उन्होंने करन के अलावा आदित्य चोपड़ा, राजीव समंद और महेश भट्ट का नाम भी कैम्पबाजी करने वाले लोगों में जोड़ा था और सवाल उठाया था कि मुंबई पुलिस इनसे पूछताछ क्यों नहीं करती। इतना ही नहीं, कंगना यह तक कह चुकी हैं कि अगर वे अपने दावे साबित नहीं कर पाएंगी तो अपना पद्मश्री सरकार को वापस करने के लिए तैयार हैं।
अब तक लगभग 40 लोगों के बयान दर्ज
मामले में अब तक लगभग 40 लोगों से पूछताछ हो चुकी है। मंगलवार को फिल्म क्रिटिक राजीव समंद के बाद गुरुवार को फिल्ममेकर रूमी जाफरी को पुलिस स्टेशन बुलाया गया था। दूसरी ओर सुशांत मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग लगातार उठ रही है।
फैन्स के साथ-साथ अभिनेत्री और सांसद रूपा गांगुली, अभिनेता शेखर सुमन और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी भी यह मांग कर चुके हैं। स्वामी ने इस संदर्भ में पीएम मोदी को पत्र भी लिखा है। साथ एडवोकेट ईशकरण सिंह भंडारी को मामले के तथ्य जांचने की जिम्मेदारी भी सौंपी है। PLC.