ब्यूरो
नई दिल्ली. केन्द्रीय विद्युत मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि लोगों में समृध्दि लाने के लिए विद्युत क्षेत्र को आर्थिक वृध्दि के साथ केवल तालमेल बिठाना ही नहीं, बल्कि उस से आगे निकलना होगा । और, यह, केन्द्र सरकार राज्य सरकारों तथा निजी क्षेत्र के संयुक्त प्रयास से ही संभ्व है । गुजरात के सूरत में कल टोरेंट पावर के सुजेन मेगा पावर प्रोजेक्ट का उद्धाटन करने के बाद शिन्दे ने सभी संबंधित पक्षों से विद्युत क्षेत्र को देश की आर्थिक वृध्दि एवं विकास का इंजन बनाने का आह्वान किया।
शिन्दे ने कहा कि 1147.5 मेगावाट गैस आधारित यह परियोजना बिजली की कमी से निजात पाने की विद्युत क्षेत्र की दिशा स्पष्ट करती है । बिजली की मौजूदा कमी, उसकी बढती मांग तथा सभी को बिजली उपलब्ध कराने के सरकार के दृढसंक़ल्प ने बड़े पैमाने पर क्षमता बढाने के कार्यक्रम को जरूरी बना दिया है । 11वीं पंचवर्षीय तथा 12वीं पंचवर्षीय योजना में क्रमश: 78000 मेगावाट और 100000 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन का लक्ष्य है । उन्होंने कहा कि कोयला की तुलना में गैस आधारित बिजली ज्यादा अच्छी है और मंत्रालय बिजली परियोजनाओं के लिए गैस उपलब्ध कराने का सतत प्रयास कर रहा है ।