आई एन वी सी न्यूज़
रोहतक,
श्री द्वादश ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर सेक्टर4 में चल रही श्री राम कथा के अष्टम दिन श्री केशव कृष्ण जी ने कहा कि सीता स्वयंवर के बाद जब श्री राम-लक्ष्मण अयोध्या पहुंचते हैं तो पूरे राज्य में खुशियां मनाई जाती हैं। राजा दशरथ श्री राम को अयोध्या का राजकाज देने का निर्णय करते हैं। अंतिम समय पर कैकयी अपनी दासी मंथरा के कहने पर पूर्व में दिए गए राजा दशरथ को दो वर मांग लेती है। पहले में वह श्री राम को 14 वर्ष का वनवास, दूसरे में भरत को अयोध्या का बनाने को कहती हैं। राजा दशरथ कैकयी को बहुत मनाते हैं, मगर कैकयी नहीं मानतीं। जब श्रीराम को पता चलता है कि माता कैकई ने भरत के लिए राज्य अभिषेक और उनके लिए 14 वर्ष का वनवास मांगा है तो वह सहर्ष तैयार हो जाते हैं। इसके बाद तीनों सन्यासी की वेशभूषा में राजा दशरथ एवं तीनों रानियों से आज्ञा लेकर वन के लिए प्रस्थान करते हैं।
महाराज श्री ने राम का वन प्रस्थान प्रसंग का वर्णन किया। कथा व्यास ने बताया सीता के साथ विवाह के बाद जब श्रीराम अयोध्या में घर पहुंचते हैं तो राम की माता कौशल्या इतनी खुश होती है कि सीता को उठा लेती है और इतना आदर सम्मान करती है।जब परिस्थितिया बदलती है और उनको चौदह वर्ष का वनवास होता है तो मर्यादा की बात को अमल में लाते हुए अपने पिता दशरथ की आज्ञा का पालन करते है। लक्ष्मण भाई को अकेला न छोड़कर वह उनके साथ ही रात को जब सभी सो रहे थे, तब देर रात्रि को वनों के लिए तीनों निकले। इस प्रसंग सुनते ही श्रद्धालुओं की आंखें नम हो गई। उन्होंने प्रसंग से श्रद्धालुओं को संदेश दिया कि आज के समय में सास व बहु का रिश्ता बड़ा नाजुक हो रहा है। बात-बात पर सास-बहु के बीच झगड़ा हो जाता है। कहीं भी संयुक्त परिवार दिखाई नहीं दे रहा है। सबकी राहे अलग हो रही है। उन्होंने कहा कि सास बहु को बेटी समझे व बहु अपनी सास को मां की तरह समझे, तभी शाति का जीवन नजर आएगा।
विश्व सनातन सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी पं. लोकेश शर्मा ने बताया कि संगीतमयी रामकथा के सप्तम दिवस ब्रह्मवेदामृत पीठाधीश्वर महामण्डलेश्वर श्री श्री 1008 परम पूज्य स्वामी विश्वेश्वरानन्द गिरी जी महाराज का सान्निध्य प्राप्त हुआ।
ये रहे मौजूदः- पं. गौरव कृष्ण शास्त्री, रिंकू गुप्ता ठेकेदार, मोनिका भटनागर, ऋषि भारद्वाज, हरिराम वर्शिवाल, मास्टर राकेश, शिव पूजन आर्य, रमेश चन्द्र, संदीप कौशिक, सौरभ बंसल, यशवंत, राजेश कौशिक, रविकांत भारद्वाज, निखिल तायल, रजनी देवी, चन्द्रशेखर, रिंकू गुप्ता