​देश के सौ स्मार्ट शहरों में रांची अग्रणी पंक्ति में

​​आई एन वी सी न्यूज़ ​
​रांची,
नगर विकास एवं आवास मंत्री श्री चन्देश्वर प्रसाद सिंह ने आज रांची के धुर्वा क्षेत्र में 656.3 एकड़ भूमि पर विकसित हो रहे रांची स्मार्ट सिटी परिसर अंतर्गत निर्माणाधीन परियोजनाओं का निरीक्षण किया और अधिकारियों को कई सुझाव तथा आवश्यक दिशा-निदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि देशभर के स्मार्ट शहरों में हमारी रांची अग्रणी पंक्ति में खड़ा है पर रांची देश का नंबर वन स्मार्ट सिटी बने, इसके लिए जरुरी है कि समय पर गुणवता के साथ कार्य पूरा हो। उन्होंने स्मार्ट सिटी के हरियाली पर भी विशेष जोर दिया और कहा कि सड़कों के किनारे एक पेड़ लगाएं जिससे हरियाली भी रहेगी और शहर सुंदर भी लगेगा।

नवंबर 2019 से पहले जुपमी के निर्माण कार्य को पूरा करें

मंत्री श्री सिंह ने परिसर में निर्माणाधीन झारखंड अर्बन प्लानिंग मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (जुपमी) एवं कंवेन्शन सेंटर तथा निर्माणाधीन अर्बन सिविक टावर का निरीक्षण किया। उन्होंने निदेश दिया कि नवंबर 2019 से पहले जुपमी के निर्माण कार्य को पूरा करें साथ ही कहा कि किसी भी निर्माण कार्य में गुणवता में कोई समझौता बर्दाश्त नही होगा. भवनों में सुरक्षा मानकों का पूरा ख्याल रखा जाय. सड़कों के निर्माण में भी अव्वल दर्जे के मैटेरियल का इस्तेमाल करें। परिसर हरा भरा रहे इसका पूरा ख्याल रखें और अधिक से अधिक पौधारोपण करें। यदि 24 माह में कार्य पूरा करना है तो 20 माह का लक्ष्य रखें। उन्होंने कमांड कंट्रोल एंड कम्यूनिकेशन सेंटर के कार्य में प्रगति लाने का भी निदेश दिया।
मंत्री श्री सिंह ने पूरे परिसर के लिए बिजली आपूर्ति,पेयजलापूर्ति,गैस पाइप लाईन सप्लाई,सिवरेज ड्रेनेज निर्माण,ऑप्टिकल फाइवर लाइन,रिसाइकल वार्ट, सड़क, साइकिल लेन, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट और अन्य जरुरी संसाधनों की तैयारी का भी जायजा लिया।

मौके पर एल एंड टी की ओर से पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिए ये बताया गया कि किस प्रकार से इंटिग्रेटेड इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास होना है। इसके लिए 469.6 करोड़ रुपया खर्च होगा. गौरतलब है कि स्मार्ट सिटी में मुख्य मार्ग लगभग 21 किमी होगा जिसमें 16 किमी मार्ग फोर लेन का होगा.रोड के किनारे यूटिलिटी सर्विसेज की भी लाईन साथ-साथ होगी।

इस अवसर पर मंत्री श्री सिंह ने परिसर में पौधारोपण भी किया इसके साथ ही कई अधिकारियों ने स्मार्ट सिटी परिसर में पौधारोपण किया. 

इस मौके पर जुडको के परियोजना निदेशक(तक्नीकि) राजीव कुमार बासुदेवा,जुडको के जीएम बीके रॉय,स्मार्ट सिटी के जीएम राकेश कुमार नंदक्योलियार के साथ साथ बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद थे।

आइये जानते हैं धुर्वा स्थित स्मार्ट सिटी परिसर की कुछ महत्वपूर्ण बातें-

  • साढ़े सात एकड़ जमीन में बन रहे जुपमी में अर्बन प्लानिंग मैनेजमेंट की पढ़ाई होगी.अर्बन प्लानिंग के क्षेत्र में कैरियर के इच्छुक युवओं को मिलेगा मौका. नगर विकास विभाग व यूएलबी में कार्यरत कर्मी व जन प्रतिनिधियों को भी योजना व क्रियान्वयन की जानकारी दी जाएगी. इस कैंपस में हॉस्टल,स्टाफ क्वार्टर्स इत्यादि मौजूद रहेगा।
  • कंवेन्शन सेंटर में पांच हजार लोग एक बार किसी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं,उनके लिए गेस्ट रुम और अतिरिक्त हॉल व गाड़ियों के पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।
  • 11 मंजिल अर्बन सिविक टावर में सरकारी और कॉर्पोरेट दफ्तर रहेंगे।
  • ​​बाकी की जमीन शैक्षणिक,व्यावसायिक,हॉस्पिटलिटी,आवासीय इत्यादि क्षेत्र में विभाजित होगी. आवासीय क्षेत्र में स्थायी और रोजगार के लिए पहुंचनेवाले अस्थायी लोगों की संख्या को जोड़ दें तो डेढ़ लाख लोगों के रहने की व्यवस्था होगी. यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी होगा। आवासीय परिसर के ऑक्सन के बाद हजारों की संख्या में फ्लैट बनेंगे जहां लोग अपने लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस घर खरीद सकेंगे।
  • ​यह स्मार्ट सिटी आनेवाले समय में हजारों युवाओं के लिए रोजगार सृजन का केंद्र बनेगा।
  • परिसर में पार्क ,ओपन स्पेस और क्लब के साथ साथ अस्पताल व प्ले ग्राउंड का प्रावधान किया गया है।
  • शहर की यातायात,क्राइम सर्विलांस,डिस्प्ले सिस्टम व मौसम पर नजर रखनेवाले कमांड कंट्रोल कम्यूनिकेशन सिस्टम का अधिष्ठापन  जिसका ऑफिस भी इसी परिसर में होगा जिससे पूरे शहर की मॉनिटरिंग की जाएगी।
  • इस क्षेत्र में 24घंटे निर्बाध बिजली, पानी के साथ-साथ हर अत्याधुनिक सुविधा मौजूद रहेगा. इस इलाके में लोगों को निर्बाध बिजली मिले इसके लिए जीआईएस सब स्टेशन का निर्माण चल रहा है जो झारखंड में पहली बार बन रहा है.इसके साथ ही चार अन्य पावर स्टेशन का निर्माण होगा। यहां का अपना पाइप लाइन वाटर सप्लाई सिस्टम होगा जो इसी साल नवंबर तक कार्य पूर्ण हो जाएगा। सड़कों के किनारे बड़ी संख्या में पेड़ लगेंगे।


 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here