Tag: सुनील दत्ता
समाज में किस पहचान को प्रमुखता दी जानी चाहिए ?
- सुनील दत्ता -
( विडम्बनापूर्ण स्थिति यह है कि मजदूर के रूप में , किसान के रूप में , दस्तकार , दुकानदार आदि के...
किसानो की आत्महत्या जिम्मेदार कौन ?
- सुनील दत्ता -
महाराष्ट्र में जनवरी 2015 से लेकर अक्तूबर 2015 के दस महीनों में 2590 किसानो की तथा दिसम्बर तक के 12 महीनों...
देश की व्यवस्था आम आदमी को छलती रही
- सुनील दत्ता '' कबीर " -
14 नवम्बर 2015 के दैनिक जागरण में ' दुनिया में सम्पत्ति के बटवारो को लेकर कुछ आंकड़े...
शिक्षा ———प्रसंगवश एक बात
- सुनील दत्ता - वर्तमान शिक्षा प्रणाली के औपनिवेशिक गुलामी के दौर की शिक्षा प्रणाली में अंग्रेजी भाषा को सर्वोच्च महत्व दिए जाने के बाद भी...
कब तलक लुटते रहेगे लोग मेरे गाँव के ?
- सुनील दत्ता -
1757 में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का राज स्थापित होने के बाद से कम्पनी की टैक्स उगाही व राजस्व प्राप्ति का सबसे बड़ा...
देश का विकास और स्वतंत्रता का सवाल ?
- सुनील दत्ता -आमतौर पर देश के आधुनिक विकास को 1947 में ब्रिटिश राज से मिली स्वतंत्रता का परिणाम मान लिया जाता है |...
राष्ट्रीय संस्कृति का प्रश्न ?
- सुनील दत्ता -
संस्कृति का मतलब मोटे तौर पर जीवन शैली से है | राष्ट्र संस्कृति का मतलब राष्ट्र के लोगो का रहन -...
सन्यासी विद्रोह और उसके सबक : 1763—- 1800
- सुनील दत्ता -क्या आज के सन्यासी , फकीर , महात्मा , धर्मगुरु व धार्मिक नेता सन्यासी विद्रोह के शहीदों व फकीरों से प्रेरणा...
1947 स्वतंत्रता की असलियत : भाग चार
1947 स्वतंत्रता की असलियत - सुनील दत्ता -
भाग तीन इण्डिया इन्डिपेंड्स एक्ट की धाराओं का सवाल है तो उसके अंतर्गत इस देश को दो अधिराज्यो...
1947 स्वतंत्रता की असलियत : भाग तीन
1947 स्वतंत्रता की असलियत : भाग तीन- सुनील दत्ता -
इण्डिया इन्डिपेंड्स एक्ट की धाराओं का सवाल है तो उसके अंतर्गत इस देश को दो...