Tag: लेखिका निर्मल रानी
दूषित राजनीति के दौर में उम्मीद की किरण केजरीवाल
- निर्मल रानी -
राजनीति यदि पूरी जि़म्मेदारी,ईमानदारी,पारदर्शिता तथा जनकल्याण आदि के मकसद को लेकर की जाए तो निश्चित रूप से यह कोई कम पुनीत...
क्यों रुकता नहीं नारी पर वार?
- निर्मल रानी -
पिछले दिनों देश को एक बार फिर हरियाणा के रोहतक में दोहराए गए निर्भया कांड से शर्मसार होना पड़ा। राक्षसी प्रवृति...
मोदी बनाम केजरीवाल बना दिल्ली का चुनाव
- निर्मल रानी -
सात फरवरी को दिल्ली की...
दिल्ली में भाजपा का ‘किरण दांव’
- निर्मल रानी -
भारतीय जनता पार्टी ने देश की पूर्व चर्चित महिला आईपीएस अधिकारी किरण बेदी के नेतृतव में दिल्ली विधानसभा का चुनाव लडऩे...
दिल्ली चुनाव: जीते तो मोदी हारे तो बेदी?
- निर्मल रानी -
70 सीटों वाली दिल्ली विधानसभा की चुनावी जंग एक दिलचस्प दौर से गुज़र रही है। बावजूद इसके कि केंद्र सहित देश...
जनसंख्या बढ़ाओ अभियान के निहितार्थ
- निर्मल रानी -
केंद्र में पहली बार भारतीय जनता पार्टी की बहुमत की सरकार बनने के बाद कट्टरपंथी हिंदुत्ववादी संगठनों व इनके नेताओं द्वारा...
मंहगाई की हाहाकार-तो क्या करे मोदी सरकार?
- निर्मल रानी -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को केंद्र की सत्ता संभाले हुए 7 महीने हो चुके हैं। सत्ता संभालने के शुरआती दिनों में जब...
फिल्म ‘पी के ‘ के विरोध के निहितार्थ
- निर्मल रानी -
भारत सरकार द्वारा नियुक्त भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड द्वारा फिल्म को प्रदर्शित करने की मंज़ूरी मिलने के बावजूद कुछ धर्मगुरुओं व...
सवाल चौथे स्तंभ की विश्वसनीयता का
{ निर्मल रानी } भारतीय लोकतंत्र में चौथे स्तंभ का दर्जा प्राप्त मीडिया के विषय में वैसे तो शायर ने कहा है कि न स्याही के...
देश बचेगा तभी धर्म बचेगा
{ निर्मल रानी } भारत दुनिया का सबसे विशाल लोकतांत्रिक गणराज्य है। यहां अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का पूरा सम्मान किया जाता है। परंतु बड़े दु:ख...