Tag: डाँ नीलम महेंद्र लेखिका व् सामाजिक चिन्तिका
आखिर क्यों हम अपने बच्चों को नहीं बचा पा रहे
- डाँ नीलम महेंद्र -1 दिसंबर 2017,कोलकाता के जीडी बिरला सेन्टर फाँर एजुकेशन में एक चार साल की बच्ची के साथ उसी के स्कूल...
हदिया और लव जिहाद
- डाँ नीलम महेंद्र -परिवर्तन तो संसार का नियम है। व्यक्ति और समाज के विचारों में परिवर्तन समय और काल के साथ होता रहता है...
क्या हार्दिक मान सम्मान की परिभाषा भी जानते हैं?
- डाँ नीलम महेंद्र -मैं वो भारत हूँ जो समूचे विश्व के सामने अपने गौरवशाली अतीत पर इठलाता हूँ।
गर्व करता हूँ अपनी सभ्यता और...
साहब भारत इसी तरह तो चलता है
- डॉ नीलम महेंद्र -वैसे तो भारत में राहुल गाँधी जी के विचारों से बहुत कम लोग इत्तेफाक रखते हैं (यह बात 2014 के...
देश में न्याय की उम्मीद जगाते हाल के फैसले
- डॉ नीलम महेंद्र -
आज फिर से इस देश के जनमानस को इस देश की कानून व्यवस्था पर भरोसा होने लगा है कि न्याय...
जनता तो भगवान बनाती है साहब लेकिन शैतान आप
- डॉ नीलम महेंद्र -13 मई 2002 को एक हताश और मजबूर लड़की, डरी सहमी सी देश के प्रधानमंत्री को एक गुमनाम ख़त लिखती...
अपने बच्चों को डॉक्टर इंजीनियर से पहले इंसान बनाएं
- डाँ नीलम महेंद्र -आज पूरी दुनिया ने बहुत तरक्की कर ली है सभी प्रकार के सुख सुविधाओं के साधन हैं लेकिन दुख के...
काश कि रेल बजट तकनीक केन्द्रित होता
- डॉ नीलम महेंद्र -"आगे बढ़ने के लिए यह जरूरी नहीं कि गलतियाँ न हों लेकिन यह आवश्यक है कि उनकी पुनरावृत्तियाँ न हों...