Tag: Tanveer Jafri Columnist
पत्रकारिता का ‘पत्थरकारिता’ काल ?
न स्याही के हैं दुश्मन न सफेदी के हैं दोस्त।
हमको आईना दिखाना है दिखा देते हैं।।- तनवीर जाफरी -
पत्रकारिता के संदर्भ में कहा...
मुद्दों पर नहीं,भावनाओं व लांछन पर हो रहे चुनाव
- तनवीर जाफरी -इन दिनों पूरे देश की नहीं बल्कि विश्व मीडिया की निगाहें भी गुजरात राज्य में हो रहे विधानसभा के चुनाव परिणामों...
व्यक्ति नहीं भारतीयता की पहचान हैं गांधी -नेहरू
- तनवीर जाफरी -
दक्षिणपंथी हिंदूवादी विचारधारा से संबंध रखने वाले संगठनों द्वारा महात्मा गांधी व पंडित जवाहरलाल नेहरू को कोसना तथा उनमें तरह-तरह की...
ज़रूरत नोटबंदी पर श्वेत पत्र लाने की
- तनवीर जाफरी -देश के लोग 8 नवंबर 2016 की वह रात कभी नहीं भूल सकेंगे जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने एक...
सत्ता के संरक्षण में नफरत का व्यापार?
- तनवीर जाफरी -पिछले दिनों भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कर्नाट्क विधानसभा को संबोधित करते हुए जहां अन्य कई उपयोगी एवं ज्ञानवर्धक बातें कीं...
VIP संस्कृति बनाम आवाम की मूलभूत सुविधाएं
- तनवीर जाफरी -रेल मंत्री पीयूष गोयल ने पिछले दिनों जहां रेल विभाग से वीआईपी संस्कृति को समाप्त करने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण...
अंतिम संस्कार: शमशान बनाम कब्रिस्तान
- तनवीर जाफरी -
ऐसी मान्यता है कि मानव का शरीर जिन पांच तत्वों से मिल कर बना है वे हैं मिट्टी,अग्रि,जल,वायु तथा आकाश। विश्वभर...
यह कैसा राष्ट्रवाद ?
- तनवीर जाफरी -हमारे देश में जब-जब सत्ता को मंहगाई,बेरोज़गारी,गरीबी तथा युवाओं व किसानों के समक्ष आने वाली परेशानियों से निपटने के लिए किसी...
रद्द-उल-फसाद ही नहीं रद्द-उल-जिहाद भी ज़रूरी
- तनवीर जाफरी -पाकिस्तान में मानवता के हत्यारों का खूनी खेल अब इस स्तर तक पहुंच गया है कि दुनिया के किसी भी कोने...
तमाशा बनते फतवेबाज़
- तनवीर जाफरी -
फतवा इस्लाम धर्म से जुड़ी एक ऐसी व्यवस्था को कहा जाता है जिसमें इस्लाम धर्म का ज्ञान रखने वाले शिक्षित लोगों...