Tag: Sushant supriy poetry
अनूदित जर्मन कहानी ” दंपति ” : लेखक : फ़्रैंज़ काफ़्का
' दंपति ' ...
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
कविताएँ 1. विडम्बना
कितनी रोशनी है
फिर भी कितना अँधेरा है
कितनी नदियाँ हैं
फिर भी कितनी प्यास है
कितनी अदालतें हैं
फिर भी कितना अन्याय है
कितने ईश्वर हैं
फिर भी कितना...