Tag: Long poem
नारी सशक्तिकरण : भ्रम और सत्य : 8 मार्च – अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस...
- अरुण तिवारी - निर्भया के साथ जो हुआ, वह दुखद है; काला धब्बा है, किंतु उसकी प्रतिक्रिया में जो हुआ, क्या वह वाकई इस...
वर्तमान से जूझती कविता : कवि हैं अरुण तिवारी
आज के सवाल हैं कि आज ही जवाब दो।नदी जिये या जल मरें,
बची रहे श्री सदा
ऐसा भी कमाल हो,
सत्ता ही दलाल हो, तो
क्यों न...
लम्बी कविता : कवि अरुण तिवारी
लम्बी कविताअन्धकार की बातें करते बीत गए यूँ साल भतेरे
अन्धकार की बातें करते
बीत गए यूँ साल भतेरे
तुमने जाने क्या सोचा है
मैंने तो बस यह...