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“क्रिकेट के पचड़े में ही पड़े रहेंगे जमाने”
"क्रिकेट के पचड़े में ही पड़े रहेंगे जमाने" गोपाल प्रसाद*,,फैल चुके हो गुब्बारे की तरह तुम
बस एक कील चुभाना बाँकी है ।
प्रश्नों की श्रृंखला से...
*समर्थ एवं सशक्त जन लोकपाल के कार्यकलाप संबंधी कुछ महत्त्वपूर्ण सुझाव
**गोपाल परसाद
सरकारी मशीनरी सरकारी धन के दुरुपयोग रोकने में सक्षम नहीं है , इसलिए जन लोकपाल के माध्यम से सरकारी धन के दुरुपयोग रोकने...