Tag: farmer suicide
धनाढ्यो की उलटबासी
- सुनील दत्ता -कबीर की उलटबासिया जनमानस में प्रचलित रही है और लोकोत्तियो का हिस्सा रही है | लोग अपने अपने हिसाब से उसका गूढ़...
सडको का विकास विस्तार और भूमि अधिग्रहण
- सुनील दत्ता -
देश में चारो तरफ सडको का विस्तार किया जा रहा है | 2 लेंन की सडको को 4 लेंन में ,...
समाज में किस पहचान को प्रमुखता दी जानी चाहिए ?
- सुनील दत्ता -
( विडम्बनापूर्ण स्थिति यह है कि मजदूर के रूप में , किसान के रूप में , दस्तकार , दुकानदार आदि के...
किसानो की आत्महत्या जिम्मेदार कौन ?
- सुनील दत्ता -
महाराष्ट्र में जनवरी 2015 से लेकर अक्तूबर 2015 के दस महीनों में 2590 किसानो की तथा दिसम्बर तक के 12 महीनों...
देश की व्यवस्था आम आदमी को छलती रही
- सुनील दत्ता '' कबीर " -
14 नवम्बर 2015 के दैनिक जागरण में ' दुनिया में सम्पत्ति के बटवारो को लेकर कुछ आंकड़े...
शिक्षा ———प्रसंगवश एक बात
- सुनील दत्ता - वर्तमान शिक्षा प्रणाली के औपनिवेशिक गुलामी के दौर की शिक्षा प्रणाली में अंग्रेजी भाषा को सर्वोच्च महत्व दिए जाने के बाद भी...
कब तलक लुटते रहेगे लोग मेरे गाँव के ?
- सुनील दत्ता -
1757 में ईस्ट इण्डिया कम्पनी का राज स्थापित होने के बाद से कम्पनी की टैक्स उगाही व राजस्व प्राप्ति का सबसे बड़ा...