Tag: Bhupendra Singh Gargvanshi
उफ्फ ये बरात का शोर *
{ डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी * * }
हमारे शहर की मुख्य सड़क पर आतिशबाजी, पटाखों और डी.जे. का कानफोड़ू शोर ध्वनि व वायु प्रदूषण...
…और अब वह सम्पादक हो गए
{डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी**,,}
आखिर वह सम्पादक बन ही गए। मुझसे एक शाम उनकी मुलाकात हो गई। वह बोले सर मैं आप को अपना आदर्श...
साला मैं तो साहेब (प्रेस फोटोग्राफर) बन गया
{डॉ. भूपेन्द्र सिंह गर्गवंशी }मैं सलाह देना चाहूँगा कि यदि आप थोड़ा बहुत साक्षर और बेरोजगार हों और समाज में एक शिक्षित एवं सम्मानित...