Home Tags साहित्य संसार

Tag: साहित्य संसार

गौरी वैश्य की पाँच कविताएँ

0
गौरी वैश्य की पाँच कविताएँ 1. हे आराध्य हे आराध्य! मत भटकाओ उस जाल में जिसमें मुक्ति का द्वार नहीं। करो कुछ कृपा मत दो ऐसा प्रलोभन है जिसमें मेरा उद्धार नहीं। हे...

अनिल सिन्दूर की कहानी :भाग्यशाली अम्मा

0
अनिल सिन्दूर की कहानी : भाग्यशाली अम्मा                -  भाग्यशाली अम्मा - मैं अपनी अम्मा के साथ उन दिनों नाना...

डॉ. रामवृक्ष सिंह की कलम से व्यंग्य : बाबा मंत्रालय आज के भारत की...

0
 बाबा मंत्रालय आज के भारत की अनिवार्य आवश्यकता- डॉ. रामवृक्ष सिंह - अपने देश में बाबाओं की बढ़ती संख्या, समाज में उनके महत्त्व, देश की...

वीरू सोनकर की पांच कविताएँ

1
वीरू सोनकर की पांच कविताएँ1) एक सपना जैसे चीनी बच्चों को लंबे होने के सपने नहीं आते, और जापानी बच्चों को अब परमाणु हमले की चिंता नहीं सताती, जैसे एक...

सुशांत सुप्रिय की कविताएँ

1
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ 1. सुरिंदर मास्टर साहब और पापड़-वड़ियों की दुकान तिलक नगर के सरकारी स्कूल में इतिहास पढ़ाने वाले सुरिंदर मास्टर साहब को मार डाला दंगाइयों...

जयश्री रॉय की लघु कथा राष्ट्रीय स्वाभिमान

0
जयश्री रॉय की लघु कथा : राष्ट्रीय स्वाभिमान- राष्ट्रीय स्वाभिमान - सुबह-सुबह चाय की चुस्कियां लेते हुये मैं अख़बार पढ़ रहा था. आज मैं बहुत...

भूटान में चार दिवसीय चतुर्थ अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन संपन्न : देश-विदेश के 30 ब्लॉगर्स...

0
आई एन वी सी न्यूज़- स्पेशल रिपोर्ट - हिंदी ब्लॉगिंग का दायरा सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि अन्य देशों में भी तेजी से फ़ैल  रहा...

जुही झा की पांच कविताएँ

5
जुही झा की पांच कविताएँ1.वो वीर जो रह गये अनाम खुशियाँ और दर्द में जब हुई टकरार चुनना था एक रास्ता उस वीर को, जिसमें, एक में था...

अंबरीश राणा की कविताएँ

0
अंबरीश राणा की कविताएँ 1. नारी की विवशता आज दो आँखे सिसकती देखी इस कड़ी धुप में तपती देखी जिंगदी से हताश और निराश उठ चला सबसे उसका विश्बास...

गिरीश बिल्लोरे मुकुल की कविताएँ

0
गिरीश बिल्लोरे मुकुल की कविताएँ (1)  तस्सवुर में तुम्हारी सादगी का बोलबाला है भरी थाली, रुके हाथ, हाथ में  इक निवाला है ! तस्वीर में तुम हो, गलत...

Latest News

Must Read