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Tag: साहित्य संसार

International Women’s Day

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- Ms. Archana Datta - Our ancient scriptures say that 'Yatranaryastupujyanteramantetatradevataha'--- where women are worshiped there the Gods reside. The Upanishads declare that –Ekam sat...

डॉ. रेनू चन्द्रा की पाँच रचननाएँ

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डॉ. रेनू चन्द्रा की पाँच रचननाएँ 1- ज़ीस्त का मक़सद एक तबस्सुम भीड़ से राहत पाने का बस एक तरीका भीड़ में उन चेहरों को चीन्हो जो बेहद अपने लगते...

अनिल सिन्दूर की कहानी : उम्र कैद से मुक्ति

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अनिल सिन्दूर की कहानी : उम्र कैद से मुक्ति  - उम्र कैद से मुक्ति -   # माँ की गोद में बैठ उनके आँसुओं को...

मणि मोहन मेहता की पांच कविताएँ

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मणि मोहन मेहता की पांच कविताएँ 1- अक्सर लौटता हूँ घर अक्सर लौटता हूँ घर धूल और पसीने से लथपथ लौटता हूँ अक्सर अपनी नाकामियों के साथ थका-हारा वह मुस्कराते हुए सिर्फ थकान...

डॉ. मधु प्रधान के गीत

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डॉ. मधु प्रधान के गीत1 नमन तुम्हें नमन तुम्हें मेरे भारत, तुमको हर साँस समर्पित है !!यह चन्दन सी माटी मधुमय, जो जीवन सुमन खिलाती है ! भीनी-भीनी...

अनिल सिन्दूर की पांच रचनाएँ

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अनिल सिन्दूर की पांच रचनाएँ 1-तू ही नही, डरता है सूरज भी अँधेरों  से, समय आता है जैसे ही अँधेरों का 'वो' कहीं दूर छिप  कर बैठ करता है इंतजार अपने समय का, करना होगा...

बुन्देली कवि महेश कटारे ‘सुगम’ बुन्देली भाषा में रचनाएँ

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बुन्देली कवि महेश कटारे 'सुगम' बुन्देली भाषा में रचनाएँ1- पुरखा एक कहावत कत हैं बैठ ऊँट पै सब मलकत हैं जित्ती चाय सीख लो विद्या कितऊँ कितऊँ तौ...

विशाल कृष्ण सिंह की पांच रचनाएँ

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विशाल कृष्ण सिंह की पांच रचनाएँ 1-  इन दिनों ना जाने क्या धंस गया है अचानक से सीने के बीचों बीच कि एक शुन्य फैलता जा रहा है मुझमें कि बातें...

दिव्या शुक्ला की पांच रचनाएँ

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दिव्या शुक्ला की पांच रचनाएँ1- इस अनंत यात्रा में कितना कुछ अनकहा रह जाता है प्राणों की तलहटी में हिमनद सा जमा मौन देह प्रस्तर खंड सी भटकता...

प्रियंका की पाँच कविताएँ

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प्रियंका  की पाँच कविताएँ एक चलते चलते ठहरा था बादल कोई कभी यूँ ही कर गया नर्म ज़मी सूखी सी पड़ी थी जो अब तक ठहरना फितरत न सही बंध के...

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