Tag: साहित्यिक रचना
राजकुमार धर द्विवेदी के मुक्तक
राजकुमार धर द्विवेदी के मुक्तकबातें करता गांव-गली की, अमराई , खलिहान की,
गेहूं, सरसों, चना, मटर की, अरहर, कुटकी, धान की।
नेताओं के कपट, छलावे, लिखता दर्द...
राजकुमार धर द्विवेदी के ताटंक छंद
राजकुमार धर द्विवेदी के ताटंक छंदस्नेहलता बोस की टिप्पणी : ताटंक छंद पर दो शब्द
कविता में छंदों का बड़ा ही महत्त्व है। नई कवित्ता, अकविता...
स्नेहलता बोस की पाँच कविताएँ
स्नेहलता बोस की पाँच कविताएँ डॉ शेफालिका वर्मा की टिप्पणी : चलंत पद्यों और गीतों की अमावसी शस्य गहन उद्बोधन तले दब रही गंभीर काव्यों की...
शुभेन्दु शेखर की कविता : कुछ अपनी बात करें
शुभेन्दु शेखर की कविता : कुछ अपनी बात करें"कुछ अपनी बात करें"
आओ कुछ अपनी बात करें
टूटे सपने, झूठे रिश्ते पर
बैठ ज़रा परिहास करें
आओ कुछ...
शुभेन्दु शेखर की कविता : मुझको मुझमें रहने दो
मुझको मुझमें रहने दो
शब्द गऐ जो धँस अंत: में
उनको घुल कर बहने दो
मौन मुझे अब गढ़ने दो !
जितना भी कुछ व्यक्त हुआ है
अनर्थ ओढ़...
शुभेन्दु शेखर के दिल से : झील का पीपल
अजब सी ज़िन्दगी है तुम्हारी ..... एक शान्त सी मीठे पानी की झील की तरह .....तुम्हारा ये सौम्य सौन्दर्य किसी को भी विवश कर...