Home Tags श्यामल सुमन की गज़लें

Tag: श्यामल सुमन की गज़लें

‘ मुसाफिर ‘ शब्द को केन्द्र में रखकर 105 मुक्तक – कवि श्यामल...

0
  - श्यामल सुमन -    - मुक्तक - जीवन है श्रृंगार मुसाफिर जीवन पथ अंगार मुसाफिर, खाते कितने खार मुसाफिर जीवटता संग होश जोश तो, बाँटो सबको प्यार मुसाफिर   ...

श्यामल सुमन की गज़लें

0
1. आखिरी में सुमन तुझको रोना ही है तेरी पलकों के नीचे ही घर हो मेरा घूमना तेरे दिल में नगर हो मेरा बन लटें खेलना तेरे...

Latest News

Must Read