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- अरुण तिवारी - निर्भया के साथ जो हुआ, वह दुखद है; काला धब्बा है, किंतु उसकी प्रतिक्रिया में जो हुआ, क्या वह वाकई इस...
वर्तमान से जूझती कविता : कवि हैं अरुण तिवारी
आज के सवाल हैं कि आज ही जवाब दो।नदी जिये या जल मरें,
बची रहे श्री सदा
ऐसा भी कमाल हो,
सत्ता ही दलाल हो, तो
क्यों न...