Tag: लेखक निर्मल रानी
लोकसेवकों की अजब तमीज़-गज़ब तेवर
- निर्मल रानी - गुरु गोविंद दोऊ खड़े काके लागूं पाएं। बलिहारी गुरू आपने गोबिंद दिए मिलाए। महाकवि संत कबीरदास द्वारा रचित...
देवी पूजक देश और महिला विरोधी देश का तमगा
- निर्मल रानी -‘पर उपदेश कुशल बहुतेरे’ जैसी कहावत न केवल हमारे देश की प्राचीन कहावतों में शामिल हैं बल्कि हमारा समाज बहुतायत में...
न्यू इंडिया का सपना और ज़हरीले खाद्य पदार्थों का धंधा ?
- निर्मल रानी - इसमें कोई संदेह नहीं कि खान-पान को लेकर आम आदमी का रुझान शाकाहार की ओर बढ़ता जा रहा है।...
ईरान: संस्कृति की रक्षा के नाम पर ?
- निर्मल रानी -महिला खिलाडिय़ों के विवादित ड्रेस कोड को लेकर ईरान एक बार फिर आलोचना का केंद्र बन गया है। ताज़ातरीन घटना भारतीय...
कल्पना कुमारी: एक बिहारी: सब पर भारी
- निर्मल रानी - हमारे देश में महिलाओं को लेकर समाज में पाया जाने वाला दोहरापन किसी से छुपा नहीं है। यह वही भारत महान...
दम तोड़ती संवेदनाएं…
- निर्मल रानी -
भारतवर्ष महादानियों व परोपकारियों का देश माना जाता है। यदि हम अपने देश में चारों ओर नज़र उठाकर देखें तो लगभग...
चुनाव भीड़ प्रबंधन – राज करने की एक कला ?
- निर्मल रानी -हमारा देश अपनी लोकतंात्रिक व्यवस्थाओं के प्रति कितना जागरूक है इसका अंदाज़ा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि...
दलित विरोधी मानसिकता और अंबेडकर प्रेम का ढोंग
- निर्मल रानी -
हमारे देश में ढोंग-ढकोसला करने और चाटुकारिता तथा आत्म मुग्धता जैसी फुज़ूल व निरर्थक बातों में समय गंवाने का प्रचलन बहुत...
उचित नहीं धार्मिक विषयों का राजनीतिकरण
- निर्मल रानी -हमारे देश में राजनेताओं द्वारा लोकलुभावन राजनीति किए जाने की शैली ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है कि अब...
नोट बंदी का फरमान : भ्रष्टाचार विरोधी या जन विरोधी ?
- निर्मल रानी -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत् 8 नवंबर को सायंकाल भारत की सबसे बड़ी मुद्रा के रूप में प्रचलित एक हज़ार तथा...