Tag: लेखक नित्यानंद गायेन
नित्यानंद गायेन की कविता – अंधकार अब भी घनघोर है चारों ओर
"अंधकार अब भी घनघोर है चारों ओर"
हल्ला बहुत हुआ
दीये भी बुझ गये
उधर घाटी में हिमपात जारी है
कंबल से बाहर आइये
देखिये गौर से उन चेहरों...
नित्यानंद गायेन की कविता – जीवन के कुरुक्षेत्र में
जीवन के कुरुक्षेत्र मेंमुझे याद नही, शोषण के विरुद्ध
और अधिकारों के हक़ मेंकब लिखी थी मैंने आखरी कविताकई सदियों से लगा हुआ हूँखुद को...