Tag: मकर संक्राँति पर
दोहे रमेश के होली पर
दोहे दिखे नहीं वो चाव अब, .....रहा नहीं उत्साह !
तकते थे मिलकर सभी, जब फागुन की राह !!होली है नजदीक ही, बीत रहा है फाग...
दोहे रमेश के
दोहे पेंडिंग हों जहँ रेप के, . केस करोड़ों यार !
तहँ रमेश महिला दिवस, लगता है बेकार !!कहने को महिला दिवस, सभी मनाएं आज।
नारी की...
दोहे रमेश के, मकर संक्राँति पर
दोहे मकर राशि पर सूर्य जब, आ जाते है आज !
उत्तरायणी पर्व का,........हो जाता आगाज !!कनकअौं की आपने,ऐसी भरी उड़ान !
आसमान मे हो गये...