Tag: मंहगाई डायन ‘निगले’ जात है
दोनों हाथों लुटता असंगठित उपभोक्ता
निर्मल रानी**,,दिन-प्रतिदिन निरंतर बढ़ती जा रही मंहगाई के बोझ तले जहां आम लोग दबते जा रहे हैं तथा उनका जीना मुहाल हो गया है...
‘फिज़ाओं’ की जिंदगी में आती ‘खिज़ाएं’
निर्मल रानी**,,अनुराधा बाली उर्फ फिज़ा एक ऐसी बदनसीब महिला का नाम है जिसका जीवन प्राय:विवादों में ही घिरा रहा। जल्दी से जल्दी बड़ी से...
अंधकार में डूबा विश्व महाशक्ति बनता भारत**
निर्मल रानी**,,कुछ माह पूर्व पाकिस्तान से यह समाचार प्राप्त हुआ था कि वहां बिजली और कोयले की कमी के चलते तथा वहां की बदहाल...
शोहरत के शिखर को छूता श्री रामलीला क्लब बराड़ा**
निर्मल रानी**,,हमारे देश में तमाम धार्मिक व सामाजिक संस्थाएं विभिन्न प्रकार के धार्मिक एवं सामाजिक आयोजन समय-समय पर करती रहती हैं। श्री रामलीला क्लब...
धर्म व संत समाज को कलंकित करते यह साधू वेशधारी**
निर्मल रानी**,,
इसमें कोई संदेह नहीं कि जहां पुण्य के कार्य करना कुछ इंसानों की फितरत में शामिल होता है वहीं इस पृथ्वी पर तमाम...
प्रशासन के समक्ष चुनौती बनती वर्षा ऋतु
निर्मल रानी**,,जब सूर्यदेवता ग्रीष्म ऋतु में अपने प्रचंड तेवर दिखाते हैं उस समय जनता उनके इस प्रकोप से त्राहि- त्राहि करने लग जाती है।...
‘परंपराओं’ की रक्षा का पाखंड रचने वाले यह तालिबानी**
निर्मल रानी**,,भारत -पाकिस्तान,अफगानिस्तान तथा बंगला देश जैसे रोज़ी-रोटी से जूझने वाले देशों से प्राय: कुछ नामनेहाद संगठनों द्वारा किसी न किसी विषय को लेकर...
‘पाखंडी अध्यात्मवादियों’ को बढ़ावा देने की जनता भी ज़िम्मेदार**
निर्मल रानी**,,
जिस युग में भारतवर्ष को विश्वगुरु कहा जाता था उस समय भी शायद इस देश में इतने तथाकथित 'गुरु' नहीं रहे होंगे जितने...
भारतीय रेल: जीवन रेखा पर लगता ग्रहण**
निर्मल रानी**,,भारतीय रेल व्यवस्था दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क के रूप में जानी जाती है। कहने को तो भारतीय रेल की शुरुआत चीन...
मोदी जी, यह गांधी का भारत है हिटलर का जर्मनी नहीं**
जैसे-जैसे 2014 में होने वाले लोकसभा चुनावों का समय क़रीब आता जा रहा है, सभी राजनैतिक दल अपनी-अपनी शतरंजी बिसातें बिछाने में लग गए हैं। देश में होने जा रहे राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर भी विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा की जा रही ज़ोर-आज़माईश उसी 2014 के लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र है।