Tag: पढ़ो कविता
शिव कुमार झा टिल्लू की पाँच कविताएँ
शिव कुमार झा टिल्लू की पाँच कविताएँ 1 संविदात्मक जीवन
हम हो गए संवेदक
जी रहे है जीवन
संविदात्मक जीवन
परन्तु ! संवेदना से दूर
जो लड़े थे विरोधी बनकर...
रितु झा की कहानी “अदृश्य आश “
रितु झा की कहानी "अदृश्य आश "शिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : इस कथा के मर्म का दर्शन औऱ इसके गर्भ में छिपे वर्तमान...
रितु झा की कहानी ” उत्तरित प्रश्न “
रितु झा की कहानी " उत्तरित प्रश्न "शिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : मेरे हिसाब से यह एक समकालीन समस्या जो हमारे देश...
शक्ति सार्थ्य की पाँच कविताएँ
शक्ति सार्थ्य की पाँच कविताएँनित्यानन्द गायेन की टिप्पणी : शक्ति सार्थ्य ने अभी –अभी लिखना शुरू किया है इसलिए इनकी कविताओं में कच्चापन है और...
आशा पाण्डेय ओझा की सात कवितायेँ
आशा पाण्डेय ओझा की सात कवितायेँशिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : श्रीमती आशा पाण्डेय ओझा वर्तमान हिन्दी साहित्य की एक चर्चित कवयित्री हैं .इनकी कविताओं...
आदित्य शुक्ल की सात कविताएँ
आदित्य शुक्ल की सात कविताएँ१.वर्तमान के टुकड़े
जब मैं पर्वतों में था
हरे पेड़, रंगहीन पत्थरों के बीच
मैंने फिर कल्पना की एक निर्मल नदी की
नदी जो...
शिव कुमार झा टिल्लू की 15 कविताएँ
शिव कुमार झा टिल्लू की 15 कविताएँ
* स्नेहलता बोस की टिप्पणी : प्रतिभा उम्र और किसी बंधन के मोहताज़ नहीं होते ,इस सहज कथन को...
प्रभात कुमार राय की कविता
प्रभात कुमार राय की कविताअंतः स्थल का प्रदूषणयह निरुत्तरित मौन
मर्मस्पर्शी प्रश्नों के जबाव में,
क्या कोलाहल नहीं मचा रहा
अंतर्मन की चहारदिवारियों में ?अनार्द्र और सूखी...
रितु झा की कविताएँ
शिव कुमार झा टिल्लू की टिप्पणी : रितु जी की कवितायें सहज सरल और सौम्य काव्य की गति यति और नियति को पारिभाषित करती है...
चंद्रसेन मिश्र की पाँच कविताएँ
चंद्रसेन मिश्र की पाँच कविताएँ 1. जीवन फैला है टुकड़ों में
थोड़ा-सा उसमें हम हैं
हम में है वह थोड़ा सा
थोड़ा-सा जीवन
उसकी आँखों के चमक में भी...