Tag: निर्मल रानी का आर्टिकल
धर्म और हत्यारों का महिमामंडन
- निर्मल रानी -पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की 4 जनवरी 2011 को हत्या करने वाले उन्हीं के अंगरक्षक मुमताज़ कादरी...
उपेक्षाओं के मध्य ‘दलित उड़ान’
- निर्मल रानी -हमारे देश के अधिकांश राजनैतिक दल,राजनेता तथा यहां का मीडिया आमतौर पर ‘इस्लामी आतंकवाद’,कश्मीरी अलगाववाद,सीमापार से होने वाली आतंकी घुसपैठ,घर वापसी,लव...
चुनाव भीड़ प्रबंधन – राज करने की एक कला ?
- निर्मल रानी -हमारा देश अपनी लोकतंात्रिक व्यवस्थाओं के प्रति कितना जागरूक है इसका अंदाज़ा केवल इस बात से लगाया जा सकता है कि...
दलित विरोधी मानसिकता और अंबेडकर प्रेम का ढोंग
- निर्मल रानी -
हमारे देश में ढोंग-ढकोसला करने और चाटुकारिता तथा आत्म मुग्धता जैसी फुज़ूल व निरर्थक बातों में समय गंवाने का प्रचलन बहुत...
नोट बंदी का फरमान : भ्रष्टाचार विरोधी या जन विरोधी ?
- निर्मल रानी -
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गत् 8 नवंबर को सायंकाल भारत की सबसे बड़ी मुद्रा के रूप में प्रचलित एक हज़ार तथा...
महंगाई मार – कब तक बर्दाश्त करेगी जनता ?
- निर्मल रानी -
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों पांच सौ तथा एक हज़ार रुपये की नोट का प्रचलन बंद किए जाने की अचानक...
आधी आबादी और रूढ़ीवादी सोच
- निर्मल रानी -हमारे देश में महिलाओं को किस कद्र सम्मान दिए जाने का प्रदर्शन किया जाता है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया...
भ्रष्टाचार की गंगा को प्रवाह देने वालों से सावधान
-निर्मल रानी-
सांप्रदायिकता तथा जातिवाद की ही तरह भ्रष्टाचार भी देश के विकास में एक बड़ा रोड़ा साबित होता आ रहा है। हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था...
क्या यही है ‘सबका साथ-सबका विकास’ की परिभाषा?
-निर्मल रानी-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश की जनता के मध्य बार-बार दिया जाने वाला नारा- 'सबका साथ सबका विकास निश्चित रूप से अत्यंत लोकप्रिय...
धर्म का ‘केंचुल’ लपेटे वासना के भूखे भेडिये
-निर्मल रानी-
दुनिया के कई देश भारतवर्ष को विश्व की उभरती हुई आर्थिक महाशक्ति के रूप में आंकते हैं तो कई देशों की नजरों में...