Tag: दिव्या शुक्ला लेखिका व् समाजसेविका
दिव्या शुक्ला की रचनाएँ
1- धुल गए सब सुख सिंदूर के साथ ही
ये किसने सांकल खटखटाई
शायेद कोई अपना हो
दौड कर खोला द्वार परंतु
मतिभ्रम -है सब अपने तो
तभी हुए...
दिव्या शुक्ला की पांच रचनाएँ
दिव्या शुक्ला की पांच रचनाएँ1-
इस अनंत यात्रा में कितना कुछ अनकहा रह जाता है
प्राणों की तलहटी में हिमनद सा जमा मौन
देह प्रस्तर खंड सी
भटकता...