Tag: दर्श वीर संधू की कविताएँ
दर्श वीर संधू की कविताएँ
दर्श वीर संधू की कविताएँ1 .
कितनेखामोश होंगे
लफ्ज़,
जो ढल पाए
सन्नाटे ......
वरना
सुरों तक को
उठानी पड़ती है
उधारी, इनसे
महज़
नब्ज़ तक पहुँचने को......
औ
कंठ क्या हैं,
बेवजह बहती
कल कल का
बेआवाज़ रुदन
एक...