Tag: कवि सुशांत सुप्रिय
सुशांत सुप्रिय की 10 कविताएँ
10 कविताएँ1. एक सजल संवेदना-सी
-----------------------उसे आँखों से
कम सूझता है अब
घुटने जवाब देने लगे हैं
बोलती है तो कभी-कभी
काँपने लगती है उसकी ज़बान
घर के लोगों के...
कविताएँ – कवि : सुशान्त सुप्रिय
कविताएँ 1. इक्कीसवीं सदी का प्रेम-गीत
> ओ प्रिये
>...
अनूदित जर्मन कहानी ” दंपति ” : लेखक : फ़्रैंज़ काफ़्का
' दंपति ' ...
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
कविताएँ 1. विडम्बना
कितनी रोशनी है
फिर भी कितना अँधेरा है
कितनी नदियाँ हैं
फिर भी कितनी प्यास है
कितनी अदालतें हैं
फिर भी कितना अन्याय है
कितने ईश्वर हैं
फिर भी कितना...
सुशांत सुप्रिय की हे राम और अन्य चार कविताएँ
कविताएँ 1. हे राम !
उनके चेहरों पर लिखी थी
' भूख '
उनकी आँखों में लिखे थे
' आँसू '
उनके मन में लिखा था
' अभाव '
उनकी काया पर...
सुशांत सुप्रिय की कहानी : वे
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वे
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सुशांत सुप्रिय की कहानी : पीला गुलाब
सुशांत सुप्रिय की कहानी : पीला गुलाब पीला गुलाब
" यार , हॉट...
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
सुशांत सुप्रिय की कविताएँ
-------------------------------- 1. हे राम !
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उनके चेहरों...
सुशांत सुप्रिय की कहानी : बर्फ
सुशांत सुप्रिय की कहानी : बर्फ- बर्फ -पिताजी के भीतर एक अकेलापन रहता है । सुबह की धूप में चमकता हुआ । रात की...
सुशांत सुप्रिय की कहानी : # लौटना
सुशांत सुप्रिय की कहानी : # लौटना# लौटना
समुद्र का रंग आकाश जैसा था । वह पानी में तैर रही थी । छप्-छप् , छप्-छप्...