Tag: कवि शुभेन्दु शेखर
शुभेन्दु शेखर की छोटी कविता : मन की गुहार
आलोक कुमार की टिप्पणी : "कविता क्या है ? वह अभिव्यक्ति जिसमें भावावेग हो , कल्पना हो , पद लालित्य हो , रस हो और...
शुभेन्दु शेखर की कविता : कुछ अपनी बात करें
शुभेन्दु शेखर की कविता : कुछ अपनी बात करें"कुछ अपनी बात करें"
आओ कुछ अपनी बात करें
टूटे सपने, झूठे रिश्ते पर
बैठ ज़रा परिहास करें
आओ कुछ...
शुभेन्दु शेखर की कविता : मुझको मुझमें रहने दो
मुझको मुझमें रहने दो
शब्द गऐ जो धँस अंत: में
उनको घुल कर बहने दो
मौन मुझे अब गढ़ने दो !
जितना भी कुछ व्यक्त हुआ है
अनर्थ ओढ़...
शुभेन्दु शेखर के दिल से : झील का पीपल
अजब सी ज़िन्दगी है तुम्हारी ..... एक शान्त सी मीठे पानी की झील की तरह .....तुम्हारा ये सौम्य सौन्दर्य किसी को भी विवश कर...