Tag: कविताएँ
आज के दलित लेखक व् अन्य दो कविताएँ
सूरज बडत्या की कविताएँ आज के दलित लेखक !!!!दलित लेखको की कलम ...
खो गयी है आज ...
कठिन दौर के इस बवंडर में ...
जब पुराण हुंकार...
कविताएँ : कवि मणि मोहन
कविताएँ माथे से बहता हुआ पसीना
कभी - कभी
होंठों तक आ जाता है
कभी - कभी
गालों तक लुढ़कते हुए आँसू भी
आ जाते हैं होंठों तक
कभी -...
कविताएँ : कवि राजीव उपाध्याय
कविताएँ1. बिस्तर ताले में बन्द हो गया
छोटा बेटा था मैं
हाँ सबसे छोटा
जिसके बालों की चाँदी को अनदेखा करके
किसी ने बच्चा बनाए रखा था
जिससे लाड़...
कविताएँ : कवि मधुसुदन महावर
कविताएँ1. Poem – प्यार का दर्द
पेँड़ से जब कोई टहनी टूटी होगी
तब दर्द पेँड़ को भी हुआ होगा,
तेरी सांसो की खुशबू ने,
मेरी रुह तक...
कविताएँ : कवि मधुसुदन महावर
कविताएँ जब तेरा सजदा किया
.
जब तेरा सजदा किया तो यूँ लगा
जैसे तेरी आँखोँ ने मुझे,
मेरी मंजिल कि ओर मोड़ दिया है,
जैसे तेरी मुस्कान तेरे अंदाज...
कविताएँ : कवि किशन कारीगर
कविताएँ1. कैसे वोट बैंक बढ़ाऊँ?
(हास्य कविता)
मुझे तो बस यही चिंता सत्ता रही
की बजी अब चुनाबी घंटी
मैं कैसे अपना वोट बैंक बढ़ाऊँ
सत्ता की गलियारों में...
इमरान रिज़वी की कहानी ” मंज़िल और रास्ता “
इमरान रिज़वी की कहानी " मंज़िल और रास्ता "- मंज़िल और रास्ता -
ज़िन्दगी एक न एक बार हर किसी को सफ़र का मौक़ा ज़रूर...