Tag: कवयित्री सरिता झा
सरिता झा की कविताएँ
सरिता झा की कविताएँ1) मेरी कलम रुक गई
दिल में है दर्द बहुत ,
क्यों न इसे,
पन्नें पे उतार दू !दिल में मेरे ये शोर ,
करता...
सरिता झा (आशु ) की कविताएँ
सरिता झा (आशु ) की कविताएँखामोशी
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खामोशी कभी कभी बिन बोले ,
बहुत कुछ कह जाती है !
पर तेरी खामोशी पे,
ये कैसी चादर पड़ी है ,
है ये...
सरिता झा की तीन कविताएँ
सरिता झा की तीन कविताएँ1) मेरी कलम रुक गई
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दिल में है दर्द बहुत ,
क्यों न इसे,
पन्नें पे उतार दूँ ?
दिल में मेरे यह शोर...