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Tag: कलाम को राष्ट्रपति नहीं प्रधानमंत्री होना चाहिए**

धरातल के आईने में टीम अन्ना का ‘चुनावी बिगुल’**

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तनवीर जाफरी**,,टीम अन्ना द्वारा छेड़ी गई भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम अपने निर्णायक दौर से गुज़रती नज़र आ रही है। गत् 2 अगस्त(बृहस्पतिवार) अर्थात् अन्ना हज़ारे...

महान बनाम स्वयंभू महान**

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तनवीर जाफरी**,,हमारे देश में अनेक ऐसे महापुरुषों ने जन्म लिया है जिनके कारनामे, उनकी जीवनशैली तथा उनकी जि़दगी के मकसद ने उनके व्यक्तित्व को...

खाद्य वस्तुएं नहीं तो कम से कम दवा-इलाज ही सस्ते हों

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तनवीर जाफरी**,,                23 अगस्त 1979 का वह दिन मुझे आज भी भलीभांति याद है जबकि मैं एक सामाजिक...

अद्वितीय व्यक्तित्व के धनी थे ‘रुस्तम-ए-हिंद’ दारा सिंह

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तनवीर जाफ़री**,,देश के पहले और आखिरी अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पहलवान तथा फ्री स्टाईल कुश्ती लड़ने वाले योद्धा एवं फिल्म अभिनेता दारा सिंह का 84...

सोनिया को नहीं तो क्या जनता बंगारू व बाल ठाकरे को माने ‘महात्यागी’**

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तनवीर जाफ़री**,,18 मई 2004 का वह दिन भारतीय इतिहास का एक ऐसा ऐतिहासिक दिन था जबकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को कांग्रेस संसदीय दल ने...

बदहाली-ए-पाकिस्तान : ‘चोर गया और डाकू आया’**

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तनवीर जाफ़री**,,इस आलेख के शीर्षक में दिए गए शब्द दरअसल मेरे अपने नहीं हैं बल्कि यह उस कार्टून की एक पंक्ति है जो कि...

राष्ट्रपति चुनाव या 2014 का सेमीफाईनलं**

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श में होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव पद के प्रत्याशी को लेकर तस्वीर साफ हो चुकी है। परंतु पिछले कुछ दिनों के दौरान जिस प्रकार विभिन्न राजनैतिक दलों द्वारा इस पद के उ मीदवार को लेकर राजनैतिक चालें चली गईं उन्हें देखकर ऐसा महसूस हुआ कि गोया यह चुनाव देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद हेतु निर्वाचित किए जाने वाले राष्ट्रपति का चुनाव न होकर 2014 में होने वाले लोकसभा चुनावों का सेमीफाईनल हो रहा हो।

कलाम को राष्ट्रपति नहीं प्रधानमंत्री होना चाहिए**

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देश इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव की गहगहमी से रूबरू है। धर्म व जाति आधारित राजनीति का शिकार हो चुकी भारतीय राजनैतिक व्यवस्था हर बार की तरह इस बार भी राष्ट्रपति के चुनाव में भी धर्म व जाति के आधार पर उमीदवारों का चयन करती दिखाई दे रही है। जिस प्रकार 2002 के गुजरात के दंगों के बाद भारतीय जनता पार्टी ने देश के मुसलमानों के आंसू पोंछने के लिए तथा दुनिया को यह दिखाने के लिए कि भाजपा मुस्लिम विरोधी नहीं है, डा० एपीजे अब्दुल कलाम को राष्ट्रपति के पद पर पहुंचाया था।

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