Tag: अरुण तिवारी लेखक
लोकतंत्र की बंद गली का विचार मार्ग
- अरुण तिवारी - एक वकील के घर मिलन के अवसर पर लोकमान्य तिलक द्वारा गुलामी को राजनीतिक समस्या बताने की प्रतिक्रया में स्वामी विवेकानंद...
ब्रह्मपुत्र मसले पर संजीदगी ज़रूरी
- अरुण तिवारी -ब्रह्मपुत्र मूल के तिब्बती हिस्से में अपने हिस्से में अपनी हरकतों को लेकर चीन एक बार फिर विवाद में है। हालंकि...
इंसानियत अभी ज़िंदा है : एक सच्चा-सुखद प्रसंग
- अरुण तिवारी -सच है कि अधिक से अधिक धन, अधिक से अधिक भौतिक सुविधा, अधिक से अधिक यश व प्रचार हासिल करना आज...
एक ज़रूरी बहस, छत्तीसगढ़ भूजल प्रतिबंध
- अरुण तिवारी -
05 नवम्बर को एक एजेंसी के हवाले से छपी एक खबर के मुताबिक, छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने रबी की फसलों के...
देह के बाद अनुपम
- अरुण तिवारी -
जब देह थी, तब अनुपम नहीं; अब देह नहीं, पर अनुपम हैं। आप इसे मेरा निकटदृष्टि दोष कहें या दूरदृष्टि दोष;...
अनुपम स्मृति – मेरा कुर्ता पकड़कर अब कौन खींचेगा : राजेन्द्र सिंह
तालाब जितने सुंदर व श्रेष्ठ होंगे, अनुपम की आत्मा उतना सुख पायेगी : राजेन्द्र सिंह
प्रस्तुति: अरुण तिवारी
हम सभी के अपने श्री अनुपम मिश्र नहीं...
जलपुरुष ने तोड़ी चुप्पी – यह सरकार सुनती नहीं, तो हम क्या बोलें ?
- अरुण तिवारी -प्र. सुना है कि पानी के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार आजकल आपके मार्गदर्शन में काम रही है ?उ. मेरा सहयोग...
बाढ़ नहीं, तीव्रता व लंबी अवधि हैं बुरी
- अरुण तिवारी -बाढ़ के कारणों पर चर्चा के शुरु मंे ही एक बात साफ कर देनी जरूरी है कि बाढ़ बुरी नहीं होती;...
गांवों के सशक्तिकरण में युवाओं की भूमिका
- अरुण तिवारी -भारत में सङक, दुकान, बिजली, प्राथमिक स्कूल, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र और थानायुक्त गांवों की संख्या बढ़ रही है। गांवों में पक्के...
आज़ादी कितनी अधूरी, कितनी पूरी
- अरुण तिवारी -हासिल स्वतंत्रता, किसी के लिए भी निस्संदेह एक गर्व करने लायक उपलब्धि होती है और स्वतंत्रता दिवस, स्वतंत्रता दिलाने वालों की...