Tag: अरुण तिवारी का परिचय
देह के बाद अनुपम
- अरुण तिवारी -
जब देह थी, तब अनुपम नहीं; अब देह नहीं, पर अनुपम हैं। आप इसे मेरा निकटदृष्टि दोष कहें या दूरदृष्टि दोष;...
अनुपम स्मृति – मेरा कुर्ता पकड़कर अब कौन खींचेगा : राजेन्द्र सिंह
तालाब जितने सुंदर व श्रेष्ठ होंगे, अनुपम की आत्मा उतना सुख पायेगी : राजेन्द्र सिंह
प्रस्तुति: अरुण तिवारी
हम सभी के अपने श्री अनुपम मिश्र नहीं...
जलपुरुष ने तोड़ी चुप्पी – यह सरकार सुनती नहीं, तो हम क्या बोलें ?
- अरुण तिवारी -प्र. सुना है कि पानी के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार आजकल आपके मार्गदर्शन में काम रही है ?उ. मेरा सहयोग...
गांवों के सशक्तिकरण में युवाओं की भूमिका
- अरुण तिवारी -भारत में सङक, दुकान, बिजली, प्राथमिक स्कूल, प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र और थानायुक्त गांवों की संख्या बढ़ रही है। गांवों में पक्के...
21वां कथन – मेरा देह दान हो, श्राद्ध नहीं : स्वामी सानंद
- अरुण तिवारी -
प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर...
20वां कथन – अविवाहित सानंद की पारिवारिक दृष्टि
- अरुण तिवारी -
प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर...
19वां कथन – साधुओं ने गंगाजी के लिए क्या किया ? : स्वामी सानंद
- अरुण तिवारी -
प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर...
साधुओं ने गंगाजी के लिए क्या किया ? : स्वामी सानंद
-अरुण तिवारी-प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर के सेवानिवृत...
मेरा सबसे वाइड एक्सपोजर तो इंस्टीट्युशन्स के साथ हुआ : स्वामी सानंद
-अरुण तिवारी-
प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर के सेवानिवृत...
18वां कथन – मेरा सबसे वाइड एक्सपोजर तो इंस्टीट्युशन्स के साथ हुआ : स्वामी...
- अरुण तिवारी -
प्रो जी डी अग्रवाल जी से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद जी का नामकरण हासिल गंगापुत्र की एक पहचान आई आई टी, कानपुर...