Tag: वन्दना गुप्ता की कविता – तपती रेत का रेगिस्तान हूँ मैं
वन्दना गुप्ता की कविता – तपती रेत का रेगिस्तान हूँ मैं
तुम और तुम्हारे लाजिक
समझ नहीं आते कभी कभी
कितना हल्के में लेते हो
कभी कभी चीज़ों को
खासतौर पर यदि
वो तुमने किया हो
सिर्फ़ एक इतना भर कह...





