Tag: पेरिस जलवायु सम्मेलन का विश्लेषण
बदलती आबोहवा: क्यों चिंतित हो भारत ?
- अरुण तिवारी -
क्या जलवायु परिवर्तन का मसला इतना सहज है कि कार्बन उत्सर्जन कम करने मात्र से काम चल जायेगा या पृथ्वी पर...
कारसेवा का करिश्मा निर्मल कालीबेंई
-अरुण तिवारी -
होशियारपुर के धनोआ गांव से निकलकर कपूरथला तक जाती है 160 किमी लंबी कालीबंेई। इसेे कालीबेरी भी कहते हैं। कुछ खनिज के...
समीक्षा : पेरिस जलवायु समझौता – यह इश्क नहीं आसाँ
- अरुण तिवारी -किसी और नजरिए से हम पेरिस जलवायु समझौते के नफा-नुकसान की तलाश तो कर सकते हैं, किंतु यह नहीं कह सकते...