Tag: गौरी वैश्यकवयित्री
गौरी वैश्य की पाँच कविताएँ
गौरी वैश्य की पाँच कविताएँ 1. हे आराध्य
हे आराध्य!
मत भटकाओ
उस जाल में
जिसमें मुक्ति का द्वार नहीं।
करो कुछ कृपा
मत दो ऐसा प्रलोभन
है जिसमें मेरा उद्धार नहीं।
हे...
गौरी वैश्य की पांच कविताएँ
गौरी वैश्य की पांच कविताएँ 1.हे ईश्वर!
हे ईश्वर
मत दो प्रलोभन
स्वर्ग का
वैभव और ऐश्वर्य का
यदि तुम्हारी भक्ति का
प्रतिफल यही है
तो निरर्थक है
दुनिया के वैभव को ठुकराना
मोहमाया...