आई एन वी सी न्यूज़
जयपुर,
राजस्व मंडल के अध्यक्ष वी. श्रीनिवास ने कहा है कि गुड गवर्नेंस में राजस्व प्रशासन की बेहद अहम भूमिका है, शासकीय तंत्र को जनता की अपेक्षाओं के अनुरूप सशक्त बनाने में राजस्व तंत्र लम्बे समय से अपना योगदान दे रहा है।
श्री वी. श्रीनिवास बुधवार को जयपुर के जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने राजस्व अधिकारियों का आह्वान किया कि वे कठोर परिश्रम, प्रतिबद्धता और गर्व के साथ अपने ‘टास्क‘ पर फोकस करते हुए गवर्नेंस में अपना योगदान दे।
बैठक में प्रदेश में राजस्व प्रशासन के मुखिया श्री वी. श्री निवास ने 30 वर्ष से अधिक के अपने प्रशासकीय अनुभव और संस्मरणों को नई पीढ़ी के अधिकारियों के साथ साझा किया। उनको कार्यक्षेत्र में चुनौतियों का सामना करते हुए कुशलता के साथ दायित्व निर्वहन के लिए गुर भी सिखाए। जिले में राजस्व प्रकरणों की प्रगति की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर श्री सिद्धार्थ महाजन की कार्यकुशलता का उल्लेख किया और अधिकारियों की हौसलाअफजाई करते हुए अपने प्रेरणास्पद उद्बोधन से सभी में ऊर्जा का संचार किया।
राजस्व मंडल अध्यक्ष ने कहा कि लैंड रिकार्ड्स लोगों की परमानेंट आईडेंटिटी है, इनके माध्यम से उनके खातेदारी अधिकारों को सुरक्षित रखने के लिए तहसीलदार इसको अपडेट रखें। उन्होंने कहा कि ‘लैंड रिकार्ड्स‘ का ‘डिजिटाईजेशन‘ हो रहा है, भविष्य में इसका सब रजिस्ट्रार एवं तहसील ऑफिस के साथ लिंकेज हो जाएगा। अधिकारी डिजिटाईजेशन के मर्म को आत्मसात कर मुस्तैदी से कार्य करेंगे तो उनकी कार्य क्षमता में निखार आएगा, साथ ही और अधिक बेहतर परिणाम सामने आएंगे।
श्री श्रीनिवास ने कहा कि कहा कि राजस्व प्रकरणों की टाइमलाईन को कम करने को चुनौती बताते हुए कहा कि उपखण्ड मजिस्ट्रेट प्रति सप्ताह 3 दिन एवं सहायक कलक्टर (एसीएम) सप्ताह के पांचों दिन न्यायालयों में अपना पूरा समय दे। उन्होंने कहा कि राजस्व न्यायालयों के वाद की सूची (कॉज लिस्ट) पब्लिक डोमन में होनी चाहिए तथा जो भी निर्णय लिए जाते है, वे आरसीएमएस पोर्टल के माध्यम से आनलाईन हो।
राजस्व प्रशासन में रात्रि विश्राम (नाइट हाल्ट्स) के महत्त्व एवं उपयोगिता को रेखांकित करते हुए उन्होंने अधिकारियों से प्रति माह नाम्र्स के अनुसार रात्रि विश्राम आवश्यक रूप से करने को कहा। साथ ही क्षेत्र में सतत विजिट्स, निरीक्षण, नोट्स-राइटिंग और डेली डायरी जैसे टूल्स की राजस्व प्रशासन में उपयोगिता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रशासन में सुधार के लिए राज्य सरकार ने इस बार के बजट में नए भवनों उपखण्ड एवं तहसील कार्यालयों के निर्माण, कार्यालयों के नवीनीकरण तथा नए वाहनों की खरीद के लिए काफी अच्छे प्रावधान किए है। जिले में स्वीकृत बजट का पूरा सदुपयोग कर इसका फायदा उठाए।
इससे पहले जिला कलक्टर श्री सिद्धार्थ महाजन ने बैठक में श्री वी. श्रीनिवास का स्वागत करते हुए कहा कि वर्षों के बाद राजस्व मंडल के अध्यक्ष जयपुर के जिला कलक्ट्रेट का निरीक्षण करने के लिए आए है, यह खुशी का अवसर है। श्री महाजन ने कहा कि निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को जो मार्गदर्शन दिया है, उसके अनुरूप सभी अधिकारी कार्य करेंगे। बैठक के दौरान राजस्व मंडल अध्यक्ष को जिले में राजस्व मामलों की प्रगति, राजस्व लोक अदालत-न्याय आपके द्वार अभियान की उपलब्धियों, विभिन्न शाखाओं में लम्बित प्रकरणों आदि के सम्बंध में बिन्दुवार जानकारी से अवगत कराया गया।
बैठक में राजस्व मंडल के डिप्टी रजिस्ट्रार श्री सुरेश सिंधी के अलावा जिले के अतिरिक्त जिला कलक्टर्स, एसडीएम, एसीएम, तहसीलदार, राजस्व प्रशासन के अन्य अधिकारी व कार्मिकों सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।