अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन इस समय यूरोप दौरे पर हैं। रोम में जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद वह रविवार को स्कॉटलैंड के ग्लासगो पहुंच गए हैं। ग्लास्गो में जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन (सीओपी-26) का आगाज हो गया है। ग्लोबल वॉर्मिंग पर बात करने पहुंचे जो बाइडन के काफिले ने यूरोप दौरे में लगभग एक लाख टन (2.2 मिलियन टन) कार्बन का उत्सर्जन किया है। ये आंकड़े सामने आने के बाद अमेरिका सहित पूरी दुनिया के पर्यावरण विशेषज्ञ राष्ट्रपति जो बाइडन की आलोचना कर रहे हैं।
वेटिकन सिटी में पोप फ्रांसिस से मिलने पहुंचे राष्ट्रपति जो बाइडन के काफिले में 85 से ज्यादा गाड़ियां थीं। बाइडन के इटली और ब्रिटेन दौरे में उनके विमान एयरफोर्स वन के अलावा तीन और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट शामिल हैं। इनमें से एक में अमेरिकी राष्ट्रपति की स्पेशल कार द बीस्ट समेत कई अन्य गाड़ियां और इक्विपमेंट्स लदे हुए हैं।
बाकी विमानों में सीआईए, सीक्रेट सर्विस और अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं। अकेले इन चार विमानों से 2.16 मिलियन पाउंड कार्बन का उत्सर्जन होगा। बाकी का हिस्सा बाइडन के काफिले में शामिल कारों से उत्सर्जित होगा। राष्ट्रपति बाइडन के हवाई काफिले में मोडिफाइड बोइंग 747 विमान शामिल है। इसे एयरफोर्स वन के नाम से भी जाना जाता है। जब अमेरिकी राष्ट्रपति एयरफोर्स वन पर सवार होकर किसी दूसरे देश की यात्रा करते हैं, तब दो विशाल सी -17 ग्लोबमास्टर विमान कारों और हेलीकॉप्टरों को संबंधित देश में पहुंचाते हैं।
एयरफोर्स वन सहित बाकी के सभी एयरक्राफ्ट औसतन 54 पाउंड कार्बन प्रति मील उत्सर्जित करते हैं। यूरोप यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति के 10,000 मील की दूरी हवाई रास्ते से तय करने का कार्यक्रम है। बाकी रास्ता वह अपनी कार से तय करेंगे। राष्ट्रपति जो बाइडन की कैडिलेड द बीस्ट कार किसी बख्तरबंद गाड़ी से कम सुरक्षित नहीं है। यह कार एक लीटर ईंधन में करीब 3 किलोमीटर चलती है।
शुक्रवार को पोप फ्रांसिस से मिलने पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के काफिले से 8.75 पाउंड कार्बन प्रति मील का उत्सर्जन हुआ था। यह किसी औसत कार से लगभग 10 गुना ज्यादा कार्बन उत्सर्जन है। इटली को कोरोना नियमों के अनुसार, जो बाइडन के काफिले में करीब 85 कारें शामिल थीं। PLC