राजस्थान में अब इस रिसर्च के माध्यम से वर्षा का पूर्व अनुमान लगाना होगा आसान : डॉ डीपी शर्मा


यह शोध पत्र राजस्थान में तापमान एवं वर्षा का विश्लेषण कर अकाल की संभावनाओं को कम करने एवं वर्षा के पूर्वानुमान के लिए अति महत्वपूर्ण योगदान है


आई एन वी सी न्यूज़  
नई  दिल्ली ,

राजस्थान में  रेनफाल प्रिडिक्शन (वर्षा के पूर्वानुमान के लिए) के लिए एक नया शोध “ट्रेंड एनालिसिस ऑफ टेंपरेचर एंड रेनफॉल इन राजस्थान” इंग्लैंड एवं इजिप्ट से प्रकाशित होने वाले हिंडावी जरनल- जर्नल ऑफ प्रोबेबिलिटी एंड स्टैटिसटिक्स में प्रकाशित हुआ है।

यह शोध पत्र राजस्थान में तापमान एवं वर्षा का विश्लेषण कर अकाल की संभावनाओं को कम करने एवं वर्षा के पूर्वानुमान के लिए अति महत्वपूर्ण योगदान है जो कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय के अधिकृत  पीएचडी शोध संस्थानमहर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट एंड साइंस मैनेजमेंट के पीएचडी छात्र सुरेश कुमार शर्मा और उसके अंतरराष्ट्रीय सुपरवाइजर प्रोफेसर डीपी शर्मा जो कि अंतरराष्ट्रीय डिजिटल डिप्लोमेट एवं प्रधानमंत्री द्वारा मनोनीत स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय एंबेसडर भी हैं के नाम से प्रकाशित हुआ है।

संस्थान के निदेशक डॉ भारत पाराशर ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक सत्य एवं तथ्य है कि राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय की प्रथम कंप्यूटर साइंस एवं एप्लीकेशन की पीएचडी डिग्री भी 2 वर्ष पूर्व महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट एवं साइंस मैनेजमेंट की छात्रा वंदना रानी वर्मा को प्रदान की गई थी जो कि स्वयं में एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट के लिए गौरव की बात है।



ज्ञात रहे कि इस अंतरराष्ट्रीय जर्नल में आर्टिकल पब्लिश करने की फीस $1025 है जबकि यह शोध पत्र फ्री में प्रकाशित हुआ है।



 

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