AI & शिक्षा का महामंथन! महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट में फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, जानिए कैसे शिक्षकों का भविष्य बदल रहा है

महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट, जयपुर – फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में शिक्षकों ने सीखी AI तकनीकों की नई बारीकि
महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट, जयपुर – फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम में शिक्षकों ने सीखी AI तकनीकों की नई बारीकि

महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट, जयपुर में एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी)

महर्षि अरविंद इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड मैनेजमेंट, जयपुर में एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) का आयोजन बुधवार 19 फ़रवरी 2025 को किया गया। इस कार्यक्रम में गूगल के विशेषज्ञ एवं प्रमुख वक्ता विक्रम सिंह ने ‘अनुसंधान में कृत्रिम बुद्धिमत्ता’ (शोध में एआई की भूमिका) पर अपने विचार साझा किए।

कार्यक्रम के मेंटर डॉ. डी.पी. शर्मा ने शिक्षकों को नवीनतम तकनीकी और शैक्षिक प्रवृत्तियों से अवगत कराने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम शिक्षकों के पेशेवर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें। इस एफडीपी का उद्देश्य शिक्षकों को एआई के उपयोग, डेटा विश्लेषण, और डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में उभरते रुझानों पर मार्गदर्शन प्रदान करना था, ताकि वे अपने शैक्षिक और शोध कौशल को उन्नत कर सकें। कार्यक्रम में महर्षि अरविन्द संस्थान के संकाय सदस्य, शोधकर्ता, और अन्य शिक्षाविदों ने भाग लिया, जिन्होंने श्री विक्रम सिंह के साथ विचार-विमर्श किया और अपने ज्ञान को विस्तारित किया। इस प्रकार के एफडीपी कार्यक्रम शिक्षकों के पेशेवर विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे वे अपने छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर सकें और शैक्षिक क्षेत्र में उत्कृष्टता की ओर अग्रसर हो सकें।

संस्थान के निदेशक डॉ भारत पाराशर ने बताया कि महर्षि अरविंद संस्थान की गुणवत्ता को कायम रखते हुए शोध के सर्वांगीण विकास के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस प्रकार के अनेकों फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं।

महर्षि अरविंद संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी डॉ मयंक शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के अंत में कंप्यूटर विभागाध्यक्ष डॉ महावीर सेन, सुनील चौहान एवं विपिन सिंह ने अपने-अपने विचार एवं धन्यवाद प्रेषित किया।

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