आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली ,
गुटबाजी और अर्नगल बयानों के लियें मशहूर उत्तर प्रदेश भाजपा में अब भारी फेर बदल होना तय हो गया हैं अगर सूत्रों की माने तो लक्ष्मीकान्त वाजपई गुट का सूर्य अब लगभग अस्त हो गया हैं ! आरएसएस ( संघ परिवार ) और भाजपा की केन्द्रीय कार्यकारणी ने एक लम्बे मंथन के बाद उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष तौर पर पूर्व मंत्री व् ओनला बरेली से मौजूदा भाजपा विधायक धर्म पाल के नाम पर मोहर लगना तय है ,अगर आई एन वी सी न्यूज़ के सूत्रों की मानो तो उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष नाम की सिर्फ घोषणा होना बाकि हैं जो 30 तक हो जायेगी ! इसी माह 23 जनवरी तक भाजपा राष्ट्रिय अध्यक्ष का चुवाव संभव है और अमित शाह की एक बार फिर से ताज पोशी तय हैं , इसके एक सप्ताह के अन्दर ही उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष के रूप में धर्म पाल कि ताज पोशी हो जायेगी !
इससे पहले संघ परिवार और भाजपा ने कई दिन तक उत्तर प्रदेश को लेकर गहन मंथन चला ,इस मंथन में जाति / समुदाएँ से लेकर संघ व् भाजपा कार्यकर्ताओं के हर सुझाव व् शिकायत विचार किया गया था ! इससे पहले उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के लियें धर्म पाल ,संतोष कुमार गंगवार ,मनोज सिन्हा ,राम शंकर कठेरिया के नामो पर चर्चा हुई परन्तु आखिर में उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष तौर पर धर्म पाल का नाम फाइनल किया गया !
इस घोषणा से भाजपा एक साथ कई निशाने साधने कि कौशिश की हैं जहाँ एक और भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री व् अभी राज्यपाल कल्याण सिंह के लोध वोट बैंक अपने साथ बनाए रखने में कामयाब होती नज़र आ रही हैं क्योकि धर्मपाल लोध जाति से आते हैं इसी के साथ कल्याण सिंह की राजनितिक विरासत अब धर्म पाल को सौपने की तैयारी हो गयी हैं तो वहीँ दूसरी और लक्ष्मीकान्त वाजपई गुट कि गुटबाजी से भी छुटकारा मिलता नज़र आ रहा हैं ! अगर सूत्रों की माने तो लक्ष्मीकान्त वाजपई गुट से संघ परिवार के साथ भाजपा कि केन्द्रीय कार्यकारणी बहुत खुश नहीं थी !
भाजपा उत्तर प्रदेश के साथ साथ केंद्र में भी एक भारी उलट – फेर के मूड में नज़र आ रहीं हैं ,अगर सूत्रों की माने तो केन्द्रीय मंत्री समृति इरानी उत्तर प्रदेश चुनाव में उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार और मुख्यमंत्री का चेहरा होंगी साथ ही अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल का केंद्र अब मंत्री बनना तय हैं ताकि कुर्मी वोट बैंक पर भाजपा अपनी पकड बनाए रखे !