मीडिया से बात करते हुए महिला कार्यकताओं ने बताया कि, पेट्रोल, डीजल और गैस सिलेंडर के नाम पर होने वाली सरकारी लूट हर हाल में बंद होनी चाहिए। देशवासी पहले से ही हजारों समस्याओं से जूझ रहे हैं। ऐसे में राहत देने की जगह सरकार जनता को महंगाई की चक्की में फंसा कर पीस रही है। ‘चुनावजीवी सरकार’ को शर्म आनी चाहिए।
प्रधानमंत्री बनने के बाद उनकी सोच पूरी तरह से बदल गई है। अब तेल के दामों में बेतहाशा वृद्धि भी उन्हें परेशान नहीं करती है। आम आदमी की जिंदगी महंगाई के दलदल में फंसकर लगातार मुश्किल होती जा रही है। जनता को तो फर्क पड़ रहा है, लेकिन भाजपा को नहीं।
दरअसल पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से लोगों के जेब पर अब बोझ बढ़ना शुरू हो गया है। दिल्ली एनसीआर में शुक्रवार को एक बार फिर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी हुई। इसके तहत पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे की बढ़ोतरी की है।
दिल्ली में पेट्रोल 97.71 रुपये और डीजल 89.07 रुपये प्रति लीटर मिलेगा। बता दें कि हर सुबह छह बजे तेल कम्पनियां पेट्रोल और डीजल के रेट में कमी और बढ़ोत्तरी की घोषणा करती है।
भारतीय युवा कांग्रेस ने शनिवार को बढ़ती मंहगाई, पेट्रोल डीजल और गैस सिलेंडर की कीमतों के खिलाफ तमाम युवा कार्यकर्ताओं ने हाथों में सिलिंडर के पोस्टर लेकर पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी के आवास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन को देख दिल्ली पुलिस ने जगह जगह पर बैरिकेड लगाये और कार्यकर्ताओं को रोकने का प्रयास किया।
इस दौरान भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी ने कहा कि, पेट्रोल, डीजल, गैस सिलेंडर की कीमतों में कमर तोड़ वृद्धि हुई है। भाजपाई जीत के साथ मोदी जी द्वारा लाए ‘महंगे दिन’ वापस आ गए। चुनावों तक अल्पविराम था, भाजपा को जीत का आराम मिलते ही फिर महंगाई ने जनता का जीना हराम कर दिया है। PLCA