भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की आज 97वीं जयंती है. इस मौके पर शनिवार को राजधानी दिल्ली स्थित ‘सदैव अटल’ में प्रार्थना सभा आयोजित की गई. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे. उन्होंने भारत रत्न वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी. साल 2014 से ही पूर्व पीएम की जयंती को देश में सुशासन दिवस के तौर पर मनाया जाता है.
शनिवार को सदैव अटल पर पीएम मोदी के अलावा, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी श्रद्धांजलि दी. पीएम ने ट्वीट किया, ‘आदरणीय अटल जी को उनकी जयंती पर नमन. हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा से प्रेरित हुए हैं. उन्होंने भारत को मजबूत और विकसित बनाने में अपना जीवन समर्पित कर दिया. उनके विकास की पहल ने लाखों भारतीयों पर सकारात्मक प्रभाव डाला है.’
शाह ने लिखा, ‘मां भारती का परम वैभव लौटाने को जीवन का ध्येय बनाकर अटल जी ने अपने अडिग सिद्धांतों व अद्भुत कर्तव्यनिष्ठा से देश में अंत्योदय व सुशासन की कल्पना को चरितार्थ कर भारतीय राजनीति को नयी दिशा दी. ऐसे अद्वितीय राष्ट्रभक्त आदरणीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें चरणवंदन.’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने सभी को सुशासन दिवस की शुभकामनाएं दी.
नड्डा ने लिखा, ‘भारतीय राजनीति के आदर्श युग-पुरुष, करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के पथ प्रदर्शक एवं पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न श्रद्धेय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन. राष्ट्र एवं संगठन की सेवा में समर्पित, युगदृष्टा अटल जी का जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है.’
मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 1924 को जन्में अटल बिहारी वाजपेयी एक प्रखर वक्ता और बड़े लेखक थे. उन्होंने कई प्रसिद्ध कविताओं की सचना की. राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और जन संघ के सक्रिय सदस्य रहे वाजपेयी ने अपने राजनीतिक करियर में कई अहम पदों पर भी अपनी सेवाएं दी. 1980 में उन्होंने अपने करीबी लालकृष्ण आडवाणी के साथ भारतीय जनता पार्टी की सह-स्थापना की. 1996 में वे भाजपा से देश के पहले पीएम बने. PLC