कोरोना काल में दुनिया ने साइबर अटैक एवं ग्रीन हाउस गैसों के खतरे को और अधिक बढ़ाया

सभी को साइबर क्राइम के बारे में बताते हुए कहा कि युवाओं को साइबर क्राइम रोकने के लिए आधुनिक तकनीकी का अध्ययन करना चाहिए

आई एन वी सी न्यूज़  
नई  दिल्ली ,

झारखंड रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी के ऑनलाइन इंटरनेशनल वेबीनार  में  मुख्य वक्ता के रूप  मे बोलते हुए राष्ट्रीय स्तर के मोटिवेशनल एवं मैनेजमेंट गुरु एवं भारत सरकार की 4 संस्थानों के एमडी / सीएमडी  पीएम भारद्वाज ने कहा कि भारतीय छात्रों को आधुनिक टेक्नोलॉजी में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए  l उन्होंने ककि भारत वर्ष पहले विश्व गुरु के साथ साथ सोने की चिड़िया भी था l मोटिवेशनल गुरु भारद्वाज ने कहा कि भारत ने विश्व को बहुत सारी टेक्नोलॉजी दी है l हमारे युवाओं को देश का गौरवमई इतिहास दोहराना चाहिए l उन्होंने आधुनिक तकनीकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ,एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग ,ब्लॉकचेन, ऑगमेंटेड रियलिटी, डाटा साइंस , एनर्जी एवं एनवायरमेंट ,आईओटी , रोबोटिक्स एवं 3डी प्रिंटिंग के बारे में भी बताया एवं कहा कि इन सभी में रोजगार के सुनहरे अवसर मौजूद हैं l उन्होंने सेमिनार में सभी को साइबर क्राइम के बारे में बताते हुए कहा कि युवाओं को साइबर क्राइम रोकने के लिए आधुनिक तकनीकी का अध्ययन करना चाहिए l जिसमें ब्लॉकचेन एवं क्वांटम कंप्यूटिंग का उन्होंने जिक्र किया । उन्होंने कहा कि इसमें भी रोजगार के बड़े अवसर उपलब्ध हैं lइस मौके पर प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के ब्रांड एंबेसडर हैं एवं यूएन (आई एल ओ) में आईटी  एडवाइजर हैं ने भी छात्रों को संबोधित किया। डॉ डीपी शर्मा ने कहा कि कोरोना के कारण दुनिया में इंटरनेट पर ट्रैफिक बढ़ गया है जिसके दो सबसे प्रमुख दुष्प्रभाव सामने आ रहे हैं अर्थात ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन एवं साइबर स्पेस में सिक्योरिटी एवं प्राइवेसी पर आक्रमण।

उन्होंने कहा कि आज दुनिया में जब इंटरनेट के सिक्योरिटी सलूशन बनाने वाली कंपनी के चीफ एग्जीक्यूटिव के मोबाइल एवं लैपटॉप सुरक्षित नहीं है तो आम आदमी के लिए खतरा तो बहुत अधिक है। उन्होंने बढ़ते हुए खतरों पर इंटरनेट गवर्नेंस के लिए बनाए जा रहे यूनाइटेड नेशंस के कानूनों का जिक्र करते हुए कहा कि आज दुनिया में डिजिटल एंपावरमेंट की जरूरत है ताकि साइबर सिक्योरिटी के दुष्प्रभावों को कम किया जा सके। इस अवसर पर चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जनरल सिंह ने डीप लर्निंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग के एल्गोरिथ्म की क्षमता एवं सिक्योरिटी में उनके अनुप्रयोग के बारे में विस्तार से चर्चा की।

इस कार्यक्रम में न्यू जर्सी अमेरिका डाटा साइंस सिक्योरिटी के वाईस प्रेसिडेंट सौमिक राय ने साइबर सिक्योरिटी के खतरों पर चर्चा की। शारदा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर निहार रंजन ने ने भी इमेजिंग टेक्नोलॉजी के एक्स्पर्ट विचार साझा किए। ने भाग लिया।

प्रोग्राम में बड़ी संख्या में छात्र एवं शिक्षक गणों  ने भाग लिया  l शुरू में संयोजक डॉ प्रकाश कुमार ने सभी पैनलिस्ट का स्वागत किया l इस ऑनलाइन प्रोग्राम में  झारखंड रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी के कुलपति श्री पीके नायडू जो कि  महानिदेशक पुलिस झारखंड के पद पर भी काम कर चुके हैं के अलावा रजिस्ट्रार कर्नल डॉक्टर राजेश कुमार  एवं डॉ पूजा शुक्ला भी उपस्थित थे l

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