आई एन वी सी न्यूज़
नई दिल्ली ,
धौलपुर जिले की राजाखेड़ा तहसील में स्थित चंबल की घाटियों के बीच बसे अत्यंत पिछड़े एवं छोटे से गांव समौना के डॉ डीपी शर्मा को अभी हाल में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सेलिब्रिटीज की प्रोफाइल पब्लिश करने वाली वेबसाइट “शैलेबसागे विकी” ने सेलिब्रिटी के रूप में पब्लिश किया है। 18 किलोमीटर पैदल चलकर शिक्षा प्राप्त करने वाले डॉ शर्मा यूं तो निशक्त श्रेणी में आते हैं जो कि बचपन में पोलियो से प्रभावित हो गए थे परंतु एक बार पुनः 2021 के शुरू में “शैलेबसागे विकी” एवम “गूगल सर्च” दोनों ने उन्हें राजस्थान के 51 अति प्रतिष्ठित व्यक्तियों (वीआईपी) यानी विख्यात लोगों की सूची में शामिल किया है जो उनके जन्म स्थान एवं राजस्थान के लिए गौरव का विषय है। इस सूची में महाराणा प्रताप, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, महाराजा जयपुर भवानी सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री एवं अन्य प्रतिष्ठित लोगों को भी शामिल किया गया है। ज्ञात रहे कि डॉ डीपी शर्मा सूचना तकनीकी के प्रोफेसर होने के साथ-साथ वर्तमान में यूनाइटेड नेशंस की आईएलओ में अंतरराष्ट्रीय परामर्शक (सूचना तकनीकी) के रूप में अपनी सेवाएं दुनिया को दे रहे हैं।
सन 2017 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें स्वच्छ भारत मिशन को सपोर्ट करने के लिए पत्र लिखकर सहयोग करने हेतु राष्ट्रीय एम्बेसडर बनाया था। डॉ डीपी शर्मा द्वारा चलाए गए कैंपेन से स्वच्छ भारत मिशन के तहत अनेकों स्वच्छता संबंधी सुधार जमीनी हकीकत के रूप में दृष्टिगत हैं। डॉ डीपी शर्मा का इस लिस्ट में दसवें स्थान पर नाम इस बात को इंगित करता है कि उन्होंने अपने जीवन के संघर्ष के सफरनामा मैं शारीरिक अक्षमता को चैलेंज करते हुए दुनिया के क्षितिज पर अपना नाम अंकित करवाया है । इस लिस्ट में उन महान हस्तियों के नाम शामिल होते हैं जिनको गूगल द्वारा अत्यधिक दुनिया में सर्च किया जाता है और उनके बारे में पढ़ा जाता है।
उनके संघर्ष को आज दुनिया ने जाना, पहचाना एवं सराहा है । उन्होंने अब तक 22 सूचना तकनीकी की पुस्तकों का लेखन किया है एवं 50 से अधिक अवार्ड से सम्मानित किया जा चुका है जिनमें से सरदार पटेल लाइफ टाइम अचीवमेंट इंटरनेशनल अवॉर्ड एवं शांति दूत अंतरराष्ट्रीय अवार्ड प्रमुख हैं। उन्हें ईमानदारी एवं पुनर्वास एवं शिक्षा के क्षेत्र में किया गये अति विशिष्ट कार्यों के लिए सन 2001 में गॉडफ्रे फिलिप्स नेशनल ब्रेवरी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था ।
चंबल जैसे दस्यु पीड़ित क्षेत्र में किसान परिवार में जन्म डॉ शर्मा का नाम नेशनल इंटरनेशनल सेलिब्रिटी में शामिल होना एवं राजस्थान की अतिविशिष्ट हस्तियों में पहचान बनाना पूरे धौलपुर जिले व राजस्थान के लिए गर्व का विषय है।
ज्ञात रहे कि डॉ शर्मा इस समय यूनाइटेड नेशंस द्वारा स्थापित इंटरनेट गवर्नेंस फोरम के द्वारा बनाए जा रहे इंटरनेट गवर्नेंस के अंतरराष्ट्रीय कानून के लिए भी काम कर रहे हैं । अंतरराष्ट्रीय स्टेकहोल्डर डायलॉग जिसमें 81 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की है उसमें उनके विशिष्ट योगदान के लिए अभी हाल में उनका साक्षात्कार एवं जीवन वृतांत फ्रांस की संस्था मिशंस पब्लिक ने भी पब्लिश किया है जो “डिजिटल इंक्लूजन: ब्रिजिंग द डिवाइड विद प्रोफेसर डीपी शर्मा ” नाम से ऑनलाइन उपलब्ध है