न्यूयॉर्क, 12-13 नवंबर 2025–अंतरराष्ट्रीय रिसर्च प्रोफेसर और डिजिटल डिप्लोमेसी विशेषज्ञ डॉ. डी.पी. शर्मा ने आज यूनाइटेड साइंटिफिक ग्रुप, यूएसए द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित ई-क्वांटम कंप्यूटिंग अंतर्राष्ट्रीय समिट 2025 में अपने मुख्य भाषण (की-नोट स्पीच) में कहा कि क्वांटम कंप्यूटिंग की अपार गति और पैमाना (स्केल) दुनिया के कार्य निष्पादन की गति और क्षमता को अप्रत्याशित और आश्चर्यजनक तरीके से रूपांतरित कर देंगे।
डॉ. शर्मा ने क्वांटम कंप्यूटिंग “ऐज़ ए सर्विस” मॉडल (QCaaS) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “QCaaS आज तकनीकी दुनिया के दौर में क्लाउड के माध्यम से क्वांटम प्रोसेसिंग पावर की पेशकश करके क्वांटम कंप्यूटिंग की शक्ति को लोकतांत्रिक बना रहा है।”
उन्होंने बताया कि अब केवल बड़े शोध संस्थान ही नहीं, बल्कि छोटे और मध्यम आकार के व्यवसाय भी महंगी हार्डवेयर खरीद के बिना इस अत्याधुनिक तकनीक का लाभ उठा सकते हैं। डॉ. शर्मा के अनुसार, QCaaS वित्तीय मॉडलिंग, दवा की खोज (drug discovery), सामग्री विज्ञान (material science), और साइबर सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में जटिल अनुकूलन (optimization) और सिमुलेशन समस्याओं को अभूतपूर्व गति से हल करके क्रांति लाएगा। उन्होंने भविष्यवाणी की कि QCaaS का भविष्य व्यापक रूप से हाई परफोर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी क्लासिकल तकनीकों के साथ कन्वर्जेंस में निहित है, जिससे उद्योगों में दक्षता और नवाचार के नए द्वार खुलेंगे।
डॉ. शर्मा ने क्वांटम कंप्यूटिंग और एआई के संगम को “सबसे रोमांचक मगर खतरनाक भी” बताया। उन्होंने कहा, “हम मानते हैं कि क्वांटम कंप्यूटिंग का सबसे रोमांचक मेल ट्रांसफॉर्मर आर्किटेक्चर के साथ है—वही तकनीक जो आज के जेनरेटिव एआई को पावर प्रदान करती है।”
डॉ. शर्मा ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी भी दी: “क्वांटम कंप्यूटिंग मनुष्य की स्वयं की स्पीड, स्केल, क्षमता को रीइन्वेंट करने की चुनौती भी देगा।” उन्होंने कहा कि इस चुनौती के साथ, हम क्वांटम, एआई एवं क्लाउड के त्रिकोणीय कन्वर्जेंस के अगले युग में प्रवेश करेंगे, जहाँ मशीनें और भी अधिक सूक्ष्मता और गति के साथ सीख और सृजन कर सकेंगी।
इस अन्तर्राष्ट्रीय समिट में दुनियां भर के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक वक्ताओं ने विभिन्न क्वांटम और फ्यूचर कम्प्यूटिंग विषयों पर अपने रिसर्च और तकनीकी को साझा किया। पोलैंड से आईबीएम के उमित बेक्तास ने क्वांटम अप्रोक्सिमेशन पर बात की। भारत की सुपर कंप्यूटिंग संस्थान सी-डैक के अनिंदिता बनर्जी ने क्वांटम कम्युनिकेशन पर विस्तार से सुपर कंप्यूटिंग एवं क्वांटम कंप्यूटिंग के कन्वर्जेंस पर विस्तार से चर्चा की। कैमरून से अनीसेट कमोग्ने ने ‘इफ़ेक्ट ऑफ़ स्पॉट’ पर चर्चा की। अर्जेंटीना के मार्टिन गांडेर ने ‘ए सिमिट्री ऑफ़ फ़ोर्स फ़ील्ड्स’ पर अपनी प्रस्तुति दी। न्यूजीलैंड से न्यू ब्रंसविक ने सबरीजन हिप्पोकैंपस सेगमेंटेशन पर अपनी प्रस्तुति दी।















