उत्तराखंड आपदा से बचने के लियें अर्ली वार्निंग सिस्टम को मजबूत करने की तैयारी शुरू

आई एन वी सी ,देहरादून, उत्तराखंड सरकार,भारतीय मौसम विज्ञान विभान ,आइएमडी के महानिदेशक एलएस राठौर,र मुख्य सचिव राकेश शर्मा, बीपी पाण्डेय, डीजीपी बीएस सिद्धू, प्रमुख सचिव सचिव लोनिवि एसएस सिद्धू, सचिव आपदा प्रबंधन भास्करानंद, ऐडीजी कानून व्यवस्था रामसिंह मीणा, सचिव लोनिवि अमित नेगी, अपर सचिव आपदा प्रबंधन नितेश झा, महानिदेशक सूचना रविनाथ रमन ,मुख्य सचिव सुभाष कुमार आई एन वी सी ,
देहरादून,
उत्तराखंड सरकार के अनुरोध पर भारतीय मौसम विज्ञान विभान (आइएमडी) ने अर्ली वार्निंग सिस्टम को मजबूत करने की तैयारी शुरू कर दी है। मौसम के सटीक पूर्वानुमान के लिए आइएमडी उत्तराखंड में तीन डाप्लर राडार, 75 रेन गेज मीटर, 5 माइक्रो रेन राडार, 4 काम्पैक्ट राडार, 75 वेदर स्टेशन और हेलीकाप्टर सपोर्ट वेदर सिस्टम लगायेगा। यह जानकारी मुख्य सचिव सुभाष कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को सचिवालय में बैठक के दौरान  आइएमडी के महानिदेशक एलएस राठौर ने दी।
मुख्य सचिव ने एमडी आइएमडी से उत्तराखंड पर्वतीय क्षेत्रों के अनुसार पूर्वानुमान उपकरण लगाने के लिए कहा। गत जून माह में आई आपदा के बाद से राज्य सरकार इस दिशा में कारगर उपाय करने का अनुरोध भारत सरकार से करती रही है। केन्द्र सरकार ने इसके लिए 116 करोड़ रूपये की परियोजना मंजूर कर दी है। इस धनराशि से अत्याधुनिक आटोमेटिक वेदर स्टेशन और राडार स्थपित किये जायेंगे। मुख्य सचिव ने कहा कि मौसम विज्ञान और राज्य सरकार की टीम स्थल का चयन कर ले। इस पर तत्परता से कार्य करने की जरूरत है।
बैठक में अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, बीपी पाण्डेय, डीजीपी बीएस सिद्धू, प्रमुख सचिव सचिव लोनिवि एसएस सिद्धू, सचिव आपदा प्रबंधन भास्करानंद, ऐडीजी कानून व्यवस्था रामसिंह मीणा, सचिव लोनिवि अमित नेगी, अपर सचिव आपदा प्रबंधन नितेश झा, महानिदेशक सूचना रविनाथ रमन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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