दिल्ली,
आने वाले लोकसभा चुनावों से ठीक पहले सभी राजनीतिक दल अपने अपने पत्ते ठीक तरह से खेलेने की क़वायद मेँ लग गये हैँ। इसी कड़ी मेँ बीजेपी ने मुस्लिम वोटों के लिए मुसलमानों को रिझाने की कवायद शुरू कर दी है। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मंगलवार को पूर्व में हुई गलतियों के मद्देनज़र मुस्लिमों से माफी मांगी है।
अब इस तरह के रूख से ये तो ज़ाहिर सी बात है कि मुस्लिमों को बीजेपी के साथ जोड़ने की कोशिश के तहत बीजेपी की तरफ से पहली बार इस तरह का कोई बयान दिया गया है। बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि यदि पहले पार्टी से कोई गलती हुई है तो वह शीश झुकाकर माफी मांगते हैं। साथ ही उन्होंने दंगामुक्त भारत देने का वादा भी किया।
मुसलमानों को बीजेपी के पक्ष में लाने के लिए उन्होंने कहा कि हमारा निवेदन है किसी पार्टी की सरकार बनाने के लिए चुनाव नहीं है, देश बनाने के लिए चुनाव है। हम किसी पार्टी की सरकार बनाने की गलती नहीं करें। उन्होंने आगे कहा कि जो मन में सवाल हैं उसे पूछ लें, अगर हम से कुछ गलती हुई है तो हम शीश झुकाकर माफी मांगते हैं।
ग़ौर तलब है कि बीजेपी की ओर से आज यहां मुसलमानों को लेकर ‘नरेन्द्र मोदी मिशन 272 प्लस-मुस्लिमों की भूमिका’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा, ‘कृपया इसे जान लीजिए कि अगर कभी भी, कहीं भी हमारी ओर से कोई गलती या कमी हुई है तो, मैं आपको आश्वासन देता हूं कि हम माफी मांगेंगे और शीश झुकाएंगे।’ सिंह ने कहा कि भाजपा मुसलमानों के खिलाफ नहीं है और समुदाय को उनकी पार्टी के खिलाफ किए जा रहे गलत प्रचार में नहीं आना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘एक बार हमें आज़माइये। हम आपकी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरते हैं तो हमारी तरफ फिर कभी मुड़ कर मत देखिएगा।’
बैठक में बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी वैसी पार्टी नहीं है, जैसा उसे बताया जा रहा है। वहीं, पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने भी मुसलमानों को ‘दंगामुक्त भारत’ बनाने का भरोसा दिया।
वैसे, राजनाथ के इस बयान में चाहे गुजरात दंगों का नाम न आया हो, मगर साफ इशारा वहीं है। इससे पहले नरेंद्र मोदी भी ब्लॉग के ज़रिये दंगों के लिए खेद जता चुके हैं यानी लोकसभा चुनाव सामने देख बीजेपी अब मुसलमानों को साथ लेने की तमाम कोशिशों में जुट गई है।
राजनाथ ने धर्म के आधार पर देश के विभाजन से लेकर मुसलमानों की खस्ता हालत के लिए कांग्रेस को ज़िम्मेदार ठहराया। वहीं, लगातार सांप्रदायिक हिंसा झेल रहे यूपी के लिए भी बीजेपी का संदेश साफ है, दंगा मुक्त भारत। बीजेपी नेताओं ने यहां आरोप लगाया कि वोट बैंक की राजनीति के चलते गुजरात दंगों के लिए मोदी को बदनाम किया जाता है।