भोपाल,
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि खेती को मुनाफे का धंधा बनाने के प्रयासों में अब उन्नत खेती के अध्ययन के लिये प्रदेश के किसानों को विदेश भेजा जायेगा। ये किसान खुद समझकर अपने साथियों को भी इसे सिखायेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब जिले की योजनाएँ जिले में ही बनेंगी। इसके लिये जिले के जन-प्रतिनिधियों और वरिष्ठ नागरिकों की समिति बनाई जायेंगी। जिले की योजनाएँ वहाँ की विशिष्ट आवश्यकताओं तथा संसाधनों के अनुरूप बनेंगी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज बुरहानपुर में ‘आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश” सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने 30 करोड़ 77 लाख की लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही 11 हजार से अधिक हितग्राही को लगभग 24 करोड़ की सहायता वितरित की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐतिहासिक नगरी बुरहानपुर की प्राचीन धरोहर को सँवारने के साथ-साथ यहाँ पर्यटन को बढ़ावा दिया जायेगा। जिले में टेक्सटाइल उद्योग, पॉवरलूम सहित सभी प्रकार के उद्योगों को बढ़ावा दिया जायेगा। जिले में औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करने की पहल भी की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेती के साथ-साथ उद्यानिकी को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोटी, कपड़ा और मकान के साथ-साथ लोगों को शिक्षा और उपचार की बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के चहुँमुखी विकास और उन्नति के लिये समाज के सभी वर्ग से सरकार के प्रयासों में सक्रिय सहभागिता का आव्हान किया। उन्होंने उपस्थित जन-समुदाय को ‘आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश” का संकल्प भी दिलवाया।
इस अवसर पर विधायक श्रीमती अर्चना चिटनीस और श्री राजेन्द्र दादू, पूर्व सांसद श्री नंदकुमार चौहान ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभाग द्वारा लगाई गई विकास और सामाजिक कल्याण पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। महिला-बाल विकास विभाग की प्रदर्शनी में उन्होंने विभिन्न समुदाय की 11 बालिका का पाद-पूजन किया।