इंजिनियर्स आईटी के माध्यम से राष्ट्र सेवा से भारत को विश्व गुरु बनाने की पहल करें : डॉ पीएम भारद्वाज

अम्बाबाड़ी जयपुर स्थित महर्षि अरविन्द इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस एंड मैनेजमेंट में बीसीए, एमसीए एवं पीएचडी के छात्रों द्वारा आईटी एग्जिबिशन एवं हैकाथॉन का आयोजन किया गया | इस प्रदर्शनी में संस्थान के छात्र, छात्राओं ने अपने सूचना तकनीकी प्रोजेक्टों को प्रजेंट एवं प्रदर्शित किया।

आईटी एग्जीबिशन का फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद बोलते हुए मुख्य अतिथि डॉ पीएम भारद्वाज जो कि भारत के चार सार्वजनिक क्षेत्र के उपकमों के एमडी/ सीएमडी रहे हैं ने कहा कि आईटी के इंजीनियर एवं प्रोफेशनल्स अपने प्रोडक्ट एवं सॉल्यूशंस में भारत की प्रगति एवं सामाजिक सेवा के साथ भारत को विश्व गुरु बनाने के लिए अथक प्रयास करें तभी विकसित भारत का सपना पूरा हो पाएगा। देश के प्रख्यात मोटीवेशन गुरु डॉ भारद्वाज ने आगे कहा कि भारत तकनीकी विशेषज्ञों का हब बनता जा रहा है और भारत के पेशेवर युवा तकनीकी विशेषज्ञ एवं वैज्ञानिक आज नासा, गूगल, माइक्रोसॉफ्ट इत्यादि में शीर्ष पदों को सुशोभित कर रहे हैं और यही इंगित करता है कि भारत अब विश्व गुरु बनने के मार्ग पर तेजी दौड़ने की ओर अग्रसर है।

संस्थान के निदेशक डॉ भारत पाराशर ने अपने संबोधन में बताया कि महर्षि अरविन्द संस्थान ने रिसर्च एवं इनोवेशन के लिए 2005 में एम.एस.आर.डी.सी. नामक रिसर्च लैब एवं रिसर्च सेंटर की स्थापना की थी जो आज आईबीएम का 9 बार अवार्ड जीतने के बाद सेंटर आफ एक्सीलेंस के रूप में स्थापित है। डॉ पाराशर ने कहा कि हमारे महर्षि अरविंद के छात्र दुनिया के हर देश हर कोने में अपनी तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर दुनिया के विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।

इस अवसर पर यूनाइटेड नेशंस से जुड़े इंटरनेशनल डिजिटल डिप्लोमेट, कंप्यूटर वैज्ञानिक एवं स्वच्छ भारत मिशन के राष्ट्रीय ब्रांड एंबेसडर डॉ डीपी शर्मा ने कहा कि कोरोना के बाद दुनिया के हर क्षेत्र में इंटरनेट और सूचना तकनीकी का इस्तेमाल निरंतर बढ़ता जा रहा है । यह विस्तार एक नए बूम के रूप में स्थापित होकर नई चुनौतियों को भी पैदा भी कर रहा है। साइबर स्पेस में इन दुष्प्रभावों से दुनिया को सुरक्षित करने के लिए युवाओं को आगे आना चाहिए।

इस आईटी एग्जीबीशन में टेक फोर्स सर्विसेज ऑस्ट्रेलिया के वाइस प्रेसिडेंट एवं ग्लोबल मैंटर व स्ट्रेटजिस्ट कीनोट स्पीकर अखिलेश त्रिवेदी ने‌ स्टार्टअप एवं भारत की सरकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया कि किसी भी स्टार्टअप या उद्योग की स्थापना के लिए सबसे पहला स्टेप है आइडिया और उसके प्रति लगन। उन्होंने सरकार से मिलने वाली ग्रांट आइडिया को एक्सप्लोर करने के मैथड्स को विभिन्न सक्सेस स्टोरी एवं केस स्टडीज के माध्यम से समझाया।

इस दौरान डॉ महावीर सेन, सुनील चौहान, विपिन सिंह, पवन सैनी, दीपक कुमार, नलिनी ने भी स्टूडेंट्स के सामने विभिन्न प्रोजेक्टों की थीमैटिक योजना के बारे में चर्चा की और कई टेक्निकल टर्म्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी |

इवेंट कोऑर्डिनेटर डॉ महावीर सेन ने बताया कि आई.टी.प्रदर्शनी और हैकाथॉन-2024 की विजेता सूची में आर्यन खंडेलवाल, ऋषि शर्मा, असीम प्रखर शर्मा को गोल्ड मेडल, नीरज कुमार शर्मा, सुमित, हर्ष को रजत मेडल, विष्णु ए, वैभव, सिद्धार्थ को कांस्य मेडल, धनंजय पारीक को प्रथम सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार, आदित्य जांगिड़, दिवांशु जांगिड़ को दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार, पंकज जांगिड़, खेमिश जांगिड़ को तीसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार, मेहुल, रोहित शर्मा को चौथा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार, समर उप्रेति, निशांत को पांचवां सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पुरस्कार, एवं सर्वश्रेष्ठ इनोवेटिव प्रोजेक्ट पुरस्कार‌ अरबाज खान, अरमान और नरेंद्र शर्मा को प्रदान किया गया।

इस मौके पर संस्थान के डॉ मयंक शर्मा, डॉ विनीत पंत एवं सुरेश नायर भी उपस्थिति थे।

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